- मिनहाज ने ने एटीएस की पूछताछ में दी जानकारी, एटीएस के हाथ लगे कई महत्वपूर्ण सुराग
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KANPUR : लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा आतंकियों ने धमाका करने के लिए 6 कुकर एक स्क्रैप कारोबारी से खरीदे थे। एटीएस सूत्रों के मुताबिक, मिनहाज ने पूछताछ में यह जानकारी दी है। वह कुछ लोगों के पास भी टीम को ले गया लेकिन एटीएस को कोई इविडेंस नहीं मिले। मिनहाज और मसरुद्दीन को रिमांड पर लिए आठ दिन हो गए। जबकि शकील, मुस्तकीम और जैद से भी बीते पांच दिन से पूछताछ चल रही है। फ्राइडे को कोर्ट में लाई डिटेक्शन टेस्ट के लिए एटीएस एप्लीकेशन देगी। टीम को भरोसा है कि इस टेस्ट से कई राज खुल सकते हैं।
फंडिंग करने वालों पर शिकंजा
एक्यूआईएस की आर्थिक मदद करने वालों की कमर तोड़ने की भी तैयारी कर ली गई है। एटीएस और एनआईए एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत इसपर काम करेगी। इसमें उन खातों का डिटेल तैयार किया जा रहा है जो पूर्व में हुई घटनाओं में इस्तेमाल किए गए हैं। मिनहाज और मुशीर तथा इनके तीन अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियों को दो दर्जन से अधिक खातों की जानकारी मिली है। जिसमें फंडिंग की गई थी। खातों में रकम का लेन देन तो ज्यादा नहीं था लेकिन ये खाते बेनामी निकले हैं। सभी खातों का विवरण सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जुटाया जा रहा है।
खातों का रिकॉर्ड तैयार होगा
बीते दस सालों में बड़ी आतंकी घटनाओं में जिन खातों का प्रयोग फंडिंग के लिए किया गया है उसका रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। रिकॉर्ड तैयार होने के बाद ट्रांजेक्शन की हिस्ट्री को स्टडी किया जाएगा। इनके जरिए उन खातों तक पहुंचा जाएगा जहां से रकम ट्रांसफर हुई। मास्टर खाते तक पहुंचने पर इस बात की जानकारी मिल सकेगी कि आखिरकार इस फंडिंग का तरीका क्या है।
डीफ एंड डंब के ट्रेनर्स से बात करेगी एटीएस
पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि गजावत-उल- हिंद के कमांडर इन चीफ उमर हलमंडी ने मिनहाज को डीफ एंड डंब लोगों की तलाश करने के लिए कहा था। इसकी वजह ये थी कि एक बार ब्रेन वॉश करने के बाद ये ज्यादा सवाल जवाब नहीं करते हैं। कमंाडर मिनहाज और मसरुद्दीन के पकड़े जाने के बाद इस संगठन से जु़ड़े गई लोग अंडरग्राउंड हो गए हैं। लिहाजा मानव बम के मामले में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस वजह से टीम ने यूपी में संबंधित संस्थाओं से डीफ एंड डंब बच्चों के ट्रेनर की तलाश कर रही है।
कई सरकारी कर्मचारी भ्ाी राडार पर
एटीएस के मुताबिक, पूछताछ में कानपुर के रेलवे, श्रम विभाग, कलक्ट्रेट समेत आधा दर्जन सरकारी विभागों में तैनात लोग राडार पर हैं। पूछताछ के बाद इनकी लिस्ट बना ली गई है। इनसे मिनहाज और उसके साथियों को क्या लाभ था? इसकी जानकारी टीम कर रही है। कानपुर आने के दौरान उसे फेथफुलगंज के कुली के साथ भी देखे जाने की जानकारी एटीएस को मिली है। जल्द ही कानपुर में मौजूद यूनिट के कमांडो इनसे भी पूछताछ करेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि विभागों में तैनात लोगों से और डीफ एंड डंब के ट्रेनर्स से पूछताछ के बाद कुछ जरूरी जानकारियां सामने आएंगी।
बकरीद पर पढ़ी नमाज, परिवार वालों से मिले
मिनहाज, मसरुद्दीन, शकील, मुस्तकीम और जैद इन दिनों एटीएस के इंटेरोगेशन रूम में हैं। पांचों ने एटीएस चीफ से बकरीद की नमाज पढ़ने और घर से आए कपड़े पहनने की इजाजत मांगी थी, जिसे सीनियर ऑफिसर्स ने मान लिया। पांचों को घर से आए कपड़े दिए गए। घर वालों ने दूर से उन्हें देखा भी। एटीएस सूत्रों की मानें तो कोर्ट में लाई डिटेक्शन की एप्लीकेशन देने के बाद पांचों को कानपुर लाया जाएगा।