कानपुर ( ब्यूरो)। पुलिस से बचने के लिए सटोरिए अब कोई फिक्स अड्डा नहीं बनाते हैं बल्कि लोकेशन बदलते रहते हैं। इसके लिए अब होटल में रूम लेकर दांव लगाए जाते हैं। सैटरडे को आईपीएल में सट्टा लगवा रहे तीन सटोरियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। साथ ही क्राइम ब्रांच ने पूरे सिंडिकेट की तलाश शुरू की थी। संडे को क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली। सर्विलांस की हेल्प से सिंडिकेट से जुड़े लोगों की लोकेशन टाटमिल में फायर स्टेशन के पास मिली। तीनों को क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा। तलाशी में तीनों के पास से 14 लाख रुपये कैश बरामद हुए। क्राइम ब्रांच ने तीनों को हरबंश मोहाल थाने से दाखिल कराया है।
घेराबंदी कर गिरफ्तारी
सैटरडे को क्राइम ब्रांच ने मेफेयर होटल से सुमित, सुनित और राहुल उर्फ मुदित को आईपीएल मैचों में सट्टïा लगाते हुए गिरफ्तार कर 19 लाख रुपये बरामद किए थे। तीनों के मोबाइल की सीडीआर खंगाली गई तो बड़े सिंडिकेट का पता चला। सर्विलांस इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय और एसओजी प्रभारी जनार्दन सिंह यादव की टीम को जानकारी लगी कि टाटमिल चौराहे के पास सिंडिकेट से जुड़े तीन सटोरिए लेन देन के लिए आ रहे हैैं। टीम ने घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उनके पास से 14 लाख रुपये, एक स्कूटी, पांच मोबाइल और सट्टे से जुड़े कागजात मिले।
सट्टïे का काला कारोबार
तीनों ने क्राइम ब्रांच की टीम को पूछताछ में बताया कि वे आईपीएल के माध्यम से सट्टा खिलवाते हैं। नम्बरों पर सट्टा खेलने वाले लोग शहर के विभिन्न क्षेत्रो मेेें फैले हमारे एजेंट्स से नम्बर लेकर फोन पर सट्टा लगाते हैं। आरोपियों ने बताया कि हम लोग होटलों में कमरे लेकर आईपीएल मैच के दौरान ऑनलाइन रहकर लोगों से बुकिंग करते हैं। होटल से सट्टा संचालित करना आसान होता है क्योंकि होटल में जल्दी जल्दी स्थान बदल बदल कर सट्टा संचालित करने में आसानी होती है। पूछताछ में आरोपियों ने सिंडिकेट से जुड़े हुए लोगों की जानकारी दी।