कानपुर (ब्यूरो) 24 फरवरी की सुबह जब कीव पर हमला हुआ तो नींद खुली। हम सभी दहशत में थे। 26 फरवरी की सुबह बस से बॉर्डर के लिए रवाना हुए। काफी लंबा सफर पैदल भी तय करना पड़ा। हंगरी बॉर्डर पर लाइन लगी थी और जबरदस्त ठंड थी। किसी तरह बॉर्डर क्रास कर हम फ्लाइट में पहुंचे। सुबह 10 बजे फ्लाइट दिल्ली के लिए रवाना हुई। दिल्ली पहुंचे और फिर वहां से घर।