- जू से भेजे सैंपल्स की आई रिपोर्ट, झील के पानी में मिला बर्ड फ्लू का वायरस लेकिन मिट्टी की रिपोर्ट निगेटिव
- चार दिन पहले जू में मरे दो कौवों में भी वायरस की पुष्टि, जू प्रशासन की बढ़ीं मुश्किलें, एंटी वायरस का छिड़काव
KANPUR: कानपुर जू में बर्ड फ्लू का प्रकोप और बढ़ गया है। जू स्थित झील के पानी में बर्ड फ्लू का वायरस मिला है। भोपाल की लैब से आई जांच रिपोर्ट के मुताबिक, जू से भेजे गए पानी के अलग-अलग सैंपल में बर्ड फ्लू का इंफ्लूएंजा एच5 वायरस मिला है। साथ ही चार दिन पहले जू में दो कौवों की मौत भी बर्ड फ्लू से हुई थी। जू के अधिकारियों ने शुरुआत में ही कौवों की वजह से जू में बर्ड फ्लू का इंफेक्शन फैलने की संभावना जताई गई थी। जिसकी वेडनसडे को पुष्टि हो गई। इसके अलावा जू के पक्षीघर व पक्षीलोक से लिए गए मिट्टी के 7 सैंपल में वायरस की मौजूदगी नहीं मिली है। इसकी रिपोर्ट निगेि1टव है।
पानी के 8 सैंपल 'पॉजिटिव'
जू प्रशासन की ओर से चार दिन पहले पक्षीघर में अलग अलग बाड़ों से पानी के 8 नमूने लिए गए थे। भोपाल स्थित लैब की रिपोर्ट में सभी सैंपलों में इंफ्लुएंजा एच5 वायरस की मौजूदगी मिली है। भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनीमल डिसीज की लैब से वेडनेसडे को भेजी गई जांच रिपोर्ट के बाद जू प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ गई है। इसी के बाद जू के बाड़ों, पिंजड़ों, पक्षीलोक, वॉक इन आइवरी और फीजेंट्री में जर्मीसाइड स्प्रे के छिड़काव को बढ़ा दिया गया है।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दिया जाएगा टॉनिक
जू डायरेक्टर डॉ.सुनील चौधरी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट आने के बाद जर्मीसाइड स्प्रे का छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षियों में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्हें भोजन में मिला कर इम्यूनोमोडूलेट टॉनिक भी दी जा रही है। साथ ही पक्षियों के बाड़ों में जूना और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा अब पक्षियों की सैंपलिंग को और बढ़ाया जाएगा।
स्वस्थ हैं पक्षी
जू प्रशासन की ओर से वेडनसडे को यह भी दावा किया गया कि निगरानी में रखे गए पक्षियों में किसी बीमारी के लक्षण अभी तक सामने नहीं आए हैं। वह स्वस्थ नजर आ रहे हैं।