- चीन में फैले जानलेवा कोरोना वायरस के असर से कानपुर की इंडस्ट्री और ट्रेड को हो रहा है भारी नुकसान

- करोड़ों के इंपोर्ट आर्डर कैंसिल, पोर्ट पर फंसा अरबों का माल, ऑटोमोबाइल से लेकर लेदर, केमिकल, मेडिकल सेक्टर की बढ़ी परेशानी

KANPUR: चीन में कोरोना वायरस न सिर्फ जान ले रहा है बल्कि वह चीन की समेत इंडिया की इकोनॉमी को भी तगड़ा झटका दे रहा है। यह असर अब कानपुर में इंडस्ट्री और ट्रेड से जुड़े लोग भी महसूस करने लगे हैं। क्योंकि कोरोना वायरस का कानपुर की इंडस्ट्री और ट्रेड पर बड़ा असर पड़ा है। चीन से इंपोर्ट होने वाले केमिकल, सस्ते फर्नीचर, आटोमोबाइल कलपुर्जे, दवाएं, सर्जिकल उपकरणों की किल्लत होने लगी है। चीन से इनकी सप्लाई बाधित होने की वजह से करोड़ों रुपए कीमत के एक्सपोर्ट आर्डर कैंसिल हो गए हैं। कानपुर की लेदर इंडस्ट्री को ज्यादा बड़ा झटका लगा है। एक तरफ जहां हांगकांग में होने वाला लेदर फेयर टल गया है वहीं दूसरी तरफ लेदर फिनिशिंग में लगने वाले केमिकल्स की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।

टूरिज्म सेक्टर में आई सुस्ती

कोरोना वायरस का असर चीन के साथ उसके आस के कई देशों जैसे सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड ताइवान, आस्ट्रेलिया, जापान पर भी पड़ा है। कानपुर में बड़ी संख्या में टूरिस्ट थाईलैंड और मलेशिया जैसे देशों में घूमने जाते हैं,लेकिन वायरस के असर की वजह से इसमें बड़ी संख्या में कमी आई है। पीरोड स्थित फ्रेंड्स ट्रैवल्स के ओनर अमित कुमार बताते हैं कि थाईलैंड और मलेशिया जाने के लिए कई बुकिंग्स कैंसिल हुई हैं। इसके अलावा जापान के लिए भी फरवरी लास्ट वीक की फ्लाइट की काफी बुकिंग्स कैंसिल हुई हैं। कोरोना वायरस के असर की वजह से लोग इन देशों में जाने से बच रहे हैं।

मेडिकल सेक्टर पर पड़ी मार

कानपुर थोक दवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र सैनी के मुताबिक चीन से बड़ी मात्रा में दवाएं और उनके मॉलीक्यूल का आयात होता है। जिनकी यहां मैन्युफैक्चरिंग होती है। सामान्यत कंपनी के पास एक महीने तक का स्टॉक होता है,लेकिन कोरोना वायरस की वजह से चीन से आने वाली दवाओं की सप्लाई प्रभावित हुई है। कई सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स भी चीन से आते हैं। उनकी सप्लाई के आर्डर भी पेडिंग पड़े हैं। अगर यही स्थिति रहती है तो आने वाले दिनों में मेडिकल सेक्टर पर असर पड़ना तय है।

करोड़ों के इंपोर्ट आडर्र कैंसिल

चीन से बड़ी मात्रा में केमिकल्स, आटोमोबाइल कलपुर्जे, फर्नीचर, इलेक्ट्रानिक उपकरणों का इंपोर्ट होती है। इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस से जुड़े रवि दयाल के मुताबिक 70 करोड़ के आर्डर अभी तक कैंसिल हो चुके हैं। इसके अलावा काफी आर्डर अभी पोर्ट पर ही फंसे हुए हैं।

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कोरोना वायरस के झटके

- स्टील के इंपोर्ट को झटका

- कार, हैवी वेहिकल्स और बाइक्स के स्पेयर पा‌र्ट्स की सप्लाई धीमी

- लेदर की टेनिंग में यूज होने वाले केमिकल का इंपोर्ट भी बाधित

- सस्ते चाइनीज इलेक्ट्रानिक उपकरणों के इंपोर्ट में आ रही है समस्या

- सस्ते चाइनीज खिलौनों और प्लास्टिक फैन्सी फर्नीचर की सप्लाई को झटका

- सर्जिकल इक्विपमेंट की सप्लाई रुकी, दवाओं के मॉलीक्यूल के इंपोर्ट में परेशानी

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कोरोना वायरस के असर से चीन से आने वाले रा मैटेरियल और स्पेयर पा‌र्ट्स की सप्लाई पर असर पड़ा है। इस वजह से मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है।

- आलोक अग्रवाल, अध्यक्ष आईआईए कानपुर