भारत की सिकस्थ रैंकिंग प्राप्त जोड़ी को पहले दौर में ही मार्क गिसक्वेल और एडुआर्ड रोजर वेसलिन की गैरवरीय फ्रांसीसी जोड़ी के हाथों 6-।, 5-6, 3-6 से हार झेलनी पड़ी। यह मैच एक घंटे 35 मिनट तक चला। भूपति और बोपन्ना ने पहले सेट में चार में से दो ब्रेकप्वाइंट पर अंक बनाए और यह सेट आसानी से अपने नाम किया। तब लग रहा था कि वे आसानी से दूसरे दौर में पहुंच जाएंगे, लेकिन गिसक्वेल और रोजर वेसलिन ने अगले सेट में कोई मौका नहीं गंवाया और उन्हें जो ब्रेकप्वाइंट मिला उसी पर प्वाइंट बनाया।
फ्रेंच ओपन के पहले दौर में हारने से भूपति (13वीं रैंकिंग) और बोपन्ना (12वीं रैंकिंग) की ओलंपिक में खेलने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। लंदन ओलंपिक में सीधे प्रवेश के लिए 11 जून की लास्ट टाइमलिमिट तक इनमें से किसी एक का टॉप दस खिलाडिय़ों में होना जरूरी था। टॉप के दस खिलाडिय़ों को अपना जोड़ीदार चुनने का अधिकार है। इसमें जोड़ीदार की रैंकिंग मायने नहीं रखेगी। प्रेजेंट सिचुएशन में भूपति और बोपन्ना का ओलंपिक में टीम के रूप में खेलना मुश्किल है।
अब केवल लिएंडर पेस : सातवें नंबर पर काबिज टॉप टेन में शामिल अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं और वह लंदन खेलों के लिए जोड़ीदार का चयन कर सकते हैं। यदि एआईटीए ओलंपिक में केवल एक टीम उतारने का फैसला करता है तो भूपति या बोपन्ना में से किसी एक को इस खेल महाकुंभ से बाहर रहना पड़ सकता है। फ्रेंच ओपन में भारत को दूसरी निराशा हाथ लगी है। इससे पहले सानिया मिर्जा और उनकी जोड़ीदार बेथेनी माटेक सैंड्स विमेंस डबल्स के पहले दौर में हार गई थी। इससे सानिया की ओलंपिक में खेलने की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा है।