कानपुर(ब्यूरो)। आपके मोबाइल पर किसी रिलेटिव या फैमिली मेंबर की कॉल आए और वो आपके प्रति सहानुभूति दिखाए तो हैरान परेशान न होइएगा। इसी तरह किसी अननोन नंबर से कॉल करने वाला आपकी सोशल इमेज खराब करने की धमकी देकर रुपये मांगे तो उसे भी रुपये भी मत दीजिए। क्योंकि ये एक साइबर ठगों का नेक्सस है। जो आपकी छोटी सी गलती का फायदा उठाने के लिए तैयार बैठा है। साइबर शातिरों ने ठगी का यह नया तरीका निकाला है। आपको बदनाम करने की धमकी देकर आपसे और आपके रिलेटिव्स से रुपये मांग रहे हैैं। आपके मोबाइल पर आने वाला कोई छोटा सा लिंक आपकी बदनामी की वजह बन सकता है। ऐसे किसी लिंक को ओपन न करें।

इस तरह कर रहे ठगी
आपने मोबाइल में स्वीट मॉम, स्वीट दीदी, लवली वाइफ, डियर फॉदर, रेस्पेक्टेड मौसी जी, मौसा जी, चाचा जी, चाची जी, लवली बेबी, लवली गर्ल फ्रेंड, डियर डॉटर, खूसट बॉस, पड़ोस वाली चाची, पड़ोस वाली काजल (कॉल्पनिक नाम), कॉल गर्ल, हरे कपड़े वाली भाभी, जींस वाली मैडम समेत कई नामों से नंबर सेव कर रखे होंगे। ठग आपको एक लिंक भेजकर आपके मोबाइल को एनी हेल्प डेस्क पर ले लेते हैैं। जब तक आप कुछ समझ कर लिंक डिसकनेक्ट करते हैैं। तब तक आपके फोन की जानकारी ठगों तक पहुंच जाती है। इसके बाद शुरू होती है ब्लैकमेलिंग और ठगी का सिललिसा।

करीबियों को भेजते गंदे मैसेज
पहले आपको डिफेम करने की धमकी देकर रुपये मांगे जाएंगे। न देने पर आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट से ग्रुप बनाए जाएंगे। जिन्हें मैसेज भेजा जाएगा। मैसेज में होगा कि मैने लोन लिया है, चुकाने के लिए हेल्प चाहिए। मैैं कॉलगर्ल के चक्कर में फंस गया हूं, देने के लिए रकम चाहिएसमेत तमाम तरह से आपको डिफेम किया जाएगा। शह में इस तरह के कई मामले आ चुके हैं और लोग ठगों के जाल में फंसकर अपनी इज्जत और पैसा दोनो गंवा बैठे। ऐसे में इससे बचने के लिए सबसे बड़ा उपाए है सावधानी।
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ठगी के शिकार हुए कुछ लोगों के मामले
1 : मांगे ज रहे हैं रुपए
पी रोड गांधी नगर निवासी एक बैैंक कर्मी अजय शुक्ला ने बताया कि कुछ दिन से उनके रिलेटिव्स और कॉन्टेक्ट्स में आए लोगों के फोन आ रहे हैैं और वे पूछ रहे हैैं कि क्या परेशानी है? पीडि़त के मुताबिक इसके पहले एक फोन आया और कहा गया कि दो लाख रुपये फला खाता संख्या में डलवा दीजिए। नहीं तो आपको बदनाम कर दिया जाएगा। उन्हें कुछ समझ नहीं आया, उसके बाद परिवार के लोगों की कॉल आई माजरा पता चला। पीडि़त के मुताबिक उनके मोबाइल पर एक लिंक आया था, जिसे क्लिक करने के बाद उनके मोबाइल की सारी कॉन्टैक्ट लिस्ट और जो भी डाटा था हैक कर लिया गया। अब उन्हीं नंबरों से रुपये मांगे जा रहे हैैं।

2: लिंक पर क्लिक करते ही फंसे
ठगी का दूसरा मामला तिलक नगर निवासी राजीव कक्कड़ के साथ हुआ। राजीव नामी कंपनी में काम करते हैैं। राजीव के मुताबिक मोबाइल पर मैसेज के जरिए एक लिंक आया। बिना सोचे समझे उसे क्लिक कर दिया। चंद सेकेंड बाद एक पॉर्न क्लिप दिखाई दी और उसके बाद उनके मोबाइल की सारी जानकारी ठगों के पास चली गई। कभी रुपयों की मांग, कभी पत्नी बच्चों के फोन पर गंदे मैसेज भेजे जाने लगे। राजीव ने परेशान होकर साइबर सेल में जानकारी दी।

3 : परिवार वाले भी हो रहे परेशान
ठगी का तीसरा शिकार किदवई नगर निवासी रंजन तिवारी हुए। रंजन का गल्ले का कारोबार हैैं.पीडि़त ने बताया कि उनके पास भी अंजान लिंक आया था, जिसके बाद उनसे भी रुपये की मांग की गई। न देने पर तमाम रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ परिवार वालों को भी अश्लील मैसेज दिए गए। अब रिश्तेदारों के साथ वे और परिवार वाले भी परेशान हैैं। पीडि़त ने भी मामले की जानकारी साइबर सेल को दी है।

क्या न करें
- कभी भी किसी अंजान लिंक को क्लिक न करें।
- हमेशा कॉन्टैक्ट लिस्ट और दूसरे एप पर न्यूमेरिक लॉक लगाएं।
- किसी भी अंजान आदमी के मांगने पर एक रुपये भी न दें।
- कोई अंजान मेल आए तो उसे सोच समझ कर खोलें।
क्या करें
- अगर आप शिकार हो जाएं तो तुरंत संबंधित थाने को जानकारी दें
- मोबाइल कॉन्टैक्ट्स को बेझिझक होकर मैसेज भेजकर जानकारी दें
- जो भी मैसेज आए उसका स्क्रीन शॉट संभाल कर रखें।
- दरअसल कुछ ही देर में ये मैसेज उड़ जाएंगे।
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ठगी का नया तरीका साइबर ठगों ने शुरू किया है। कुछ शिकायतें आई हैैं। जिनकी रिपोर्ट दर्ज करने के बाद शातिरों की तलाश की जा रही है।
हरमीत सिंह, साइबर सेल प्रभारी