कानपुर (ब्यूरो) डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने गुरुवार को सटोरिये की अरेस्टिंग का खुलासा करते हुए बताया कि चमनगंज थाना क्षेत्र के दाल मिल एकता कंपाउंड भन्नानापुरवा चमनगंज निवासी अंशु गुप्ता अपने फ्लैट से पूरे शहर में सट्टे का नेटवर्क फैला रखा था। चमनगंज पुलिस ने दबिश देकर अंशु को अरेस्ट कर लिया। उसके पास से 13 मोबाइल, 1.80 लाख कैश और सट्टा खिलाने वाले एप और नेटवर्क का पता चला। पुलिस ने अंशु को अरेस्ट कर लिया।
एप से खिलवा रहा था
अंशु ने पूछताछ में बताया कि एप के जरिए ऑनलाइन सट्टा खिलवाता है। अंशु गुप्ता ने एप के जरिए कानपुर के हर गली-मोहल्ले तक अपना नेटवर्क फैला रखा है। इसके साथ ही पूछताछ के दौरान अंशु से कई सटोरियों का सुराग मिला है। उसके तीन साथी फरार हैं। पुलिस तीनों की अरेस्टिंग के लिए दबिश दे रही है। जल्द ही पुलिस शहर के अन्य बड़े सटोरियों के नेटवर्क का भी खुलासा करेगी।
दिल्ली और मुंबई से जुड़े तार
अंशू ने पुलिस को बताया उसने दिल्ली और मुंबई से सट्टïा रजिस्ट्रेशन एप की फ्रेंचाइजी ली है। जिसे उसने शहर के तमाम इलाकों में डिस्ट्रीब्यूट कर दिया। जिनको लाइसेंस दिया, उनसे मोटी रकम ली। पूरे शहर में हजारों लोग उसके एप से सट्टïा खेल रहे हैैं। इन सटोरियों का लोकल बुकी अंशू था। जबकि दिल्ली और मुंबई में मेन बुकी बैठे थे। 31 मार्च को आईपीएल शुरू हुआ था, जिसके बाद एक्टिव हुए अंशू ने पूरे शहर में सट्टïे का काला कारोबार शुरू कर दिया।
साउथ सिटी के कई नाम
साउथ सिटी में फजलगंज के शातिर नीरज लंगड़े का नाम भी सामने आया है। पुलिस के मुताबिक कुछ रसूखदार लोगों की शह पर नीरज सट्टïे का काम कर रहा है। इनकी फड़ शहर के बाहर के इलाकों में चल रही हैैं। वहीं साउथ सिटी के बर्रा में भी सटोरियों का सरदार सट्टïे का काला कारोबार कर रहा है।
-13 स्मार्ट मोबाइल फोन मिले
-1.80 लाख कैश बरामद
- कई सटोरियों की डिटेल
- कुछ डायरी और कागजात