- कल्याणपुर के पांच युवाओं ने की शुरुआत, मरीजों को ट्रांसपोर्ट की दे रहे फ्री सेवा
- एंबुलेंस की शार्टेज देखी तो स्कूली वैन लगा दी कोरोना मरीजों की सेवा में
हाईलाइटस
- सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे प्रचार, एक कॉल करने पर घर पहुंच जाती है एंबुलेंस
- पांचों दोस्त नार्मल दिनों में स्कूल वैन का संचालन करने और स्कूली ड्रेस का काम करते हैं
KANPUR: कोरोना मरीजों को उनके टफ टाइम में जहां अपने भी साथ छोड़ रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो सिर्फ एक फोन कॉल पर उनके घर पहुंचकर उनकी हेल्प कर रहे हैं। उनको अस्पताल पहुंचाने और अस्पताल से वापस घर पहुंचाने के लिए पांच दोस्तों ने फ्री वैन सर्विस शुरू की है। कल्याणपुर निवासी यह पांचों दोस्त नार्मल दिनों में स्कूल वैन का संचालन कराते थे। डेढ़ साल से काम धंधा पूरी तरह से बंद होने की वजह से इन्होंने स्कूली वैन से ही समाज सेवा शुरू करने की ठानी और अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने व अस्पताल से घर पहुंचाने का प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया।
सिर्फ गैस और डीजल का खर्च
कोरोना काल में लोगों की मदद करने वाली टीम के लीडर संकल्प मिश्रा ने बताया कि यह इस तरह की सर्विस की पहल उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिल कर दो सप्ताह पहले शुरू की थी। सर्विस मुहैया कराने के नाम पर यह सिर्फ गैस व डीजल का खर्च ही लेते हैं। वो भी मरीज के तीमारदार की आर्थिक दशा देखकर। अगर वह गरीब है तो यह खर्च भी नहीं लेते।
मजबूरी का फायदा उठा रहे एम्बुलेंस चालक
संकल्प बताते हैं की उनके दोस्त अमित पांडेय के रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उनको गुजैनी से हैलट पहुंचाना था। उन्होंने और उनके दोस्तों ने एंबुलेंस के लिए कई जगह ट्राई किया तो एम्बुलेंस चालक मजबूरी का फायदा उठा मुंहमांगे दाम मांग रहे थे। इस समस्या को देखते हुए उनके मन में यह विचार आया। उन्होंने कोरोना काल में संक्रमित लोगों व उनकी फैमिली की मदद करने के लिए डेढ़ साल से खड़ी अपनी पांच स्कूली वैनों को फ्री सेवा में लगा दिया। टीम के मेंबर आलोक कुशवाहा ने बताया की डेली पांच से छह कॉल हेल्प के लिए 6386002839 नंबर पर आती है। उन्होंने बताया की हमारी टीम का लक्ष्य अस्पताल पहुंचे बिना ही वाहन न मिलने के अभाव में दम तोड़ने वालों को बचाना है।
टीम में कौन-कौन
संकल्प मिश्रा
अमित पांडेय
अभिषेक चर्तुवेदी
संतोष मिश्रा
आलोक कुशवाहा