- सीनियर सिटीजन और अन्य दूसरे कोटे का यूज कर कंफर्म टिकट बनवाकर युवाओं को थमा देते हैं दलाल
- तीन हजार से अधिक पैसेंजर्स पर इस तरह के मामलों में सितंबर में हुई कार्रवाई, लाखों रुपए जुर्माना वसूला
KANPUR: जाना जरूरी है और ट्रेन में कंफर्म टिकट भी नहीं मिल रही है। कोई बाद नहीं दलाल के जरिए टिकट बनवा लेते हैं। अगर आप भी यही सोचकर दलालों की शरण में गए तो दलालों का खेल आपको जेल पहुंचा जा सकता है। क्योंकि दलाल अपनी कमाई के लिए कई तरह के खेल करते हैं। वो सीनियर सिटीजन और अन्य कोटे का यूज कर कंफर्म टिकट बनवा लेते हैं। यही टिकट वो युवा पैसेंजर्स को भी पकड़ा देते हैं। सफर के दौरान पकड़े जाने पर टीटीई तगड़ा जुर्माना तो वसूल करता ही है, जालसाजी करने के आरोप में आप पर केस भी दर्ज हो सकता है। बीते महीने यानि सितम्बर में इस तरह के लगभग 3000 मामलों में कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए जुर्माना वसूला गया है।
कैसे करते हैं खेल?
फर्जी आईडी के माध्यम से पहले तत्काल और सीनियर सिटिजेन कोटे से कन्फर्म सीट बनवाते हैं। फिर मनचाहे पैसे वसूलकर पैसेंजर्स को टिकट थमा देते हैं। सोर्सेस के मुताबिक, दलाल एक पैसेंजर की आईडी से डिमांड के मुताबिक एक तत्काल टिकट बनवाता है। इस खेल में पांच सदस्य होते हैं। टिकट बनवाने से पहले जिस पैसेंजर की आईडी पर टिकट बन रहा है। उसे पहले बता दिया जाता है कि उसके साथ अन्य चार पैसेंजर और जाएंगे। जिसके बाद टिकट दलाल सभी पैसेंजर्स को उसकी टिकट की फोटो कॉपी देने के बाद जिसके पास ओरिजनल टिकट होती है। उससे स्टेशन में ही मुलाकात करा साथ में भेज देता है। पैसेंजर ट्रेन में चेकिंग के दौरान पकड़ जाते हैं। जिसकी वजह से उनको फाइन भी देना पड़ता है। रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, सितंबर में एनसीआर और एनआर रीजन में चलाई गई चेकिंग में हजारों की संख्या में ऐसे पैसेंजर्स पर कार्रवाई हुई है। जो दलाल से टिकट खरीद कर ट्रेन में जर्नी कर रहे थे।
पुष्पक, गोरखपुर-एलटीटी पहली पसंद
एनसीआर पीआरओ के मुताबिक सितंबर में दलालों के खिलाफ सघन अभियान चलाया गया था.एनसीआर और एनआर रीजन में सबसे अधिक केस पुष्पक और गोरखपुर-एलटीटी में पकड़े गए थे। उन्होंने बताया कि एक माह में दोनों ट्रेनों में लगभग 3700 पैसेंजर्स पर दलालों से फर्जी आईडी में खरीदे गए तत्काल व सीनियर सिटीजन की टिकट को लेकर कार्रवाई कर लगभग तीन लाख रुपए जुर्माना वसूल किया गया था। उन्होंने बताया कि दलाल पैसेंजर्स की मजबूरी का फायदा उठाकर उनको फर्जी आईडी में बनी टिकटें पकड़ा देते हैं।
फेस्टिव स्पेशल में कराएं रिजर्वेशन
कोविड-19 के चलते ट्रेनों का संचालन पहले के मुकाबले कम हो रहा है। इसकी वजह से इस त्योहार में रेल पैसेंजर्स को कंफर्म टिकट के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल रेलवे ने फेस्टिव सीजन में पैसेंजर्स की समस्या को कम करने के लिए 100 से अधिक फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की घोषणा की है। इसके साथ ही अपने पैसेंजर्स से दलालों से टिकट न खरीद कर स्पेशल ट्रेनों में बुकिंग कराने का आग्रह किया है। जिससे उनकी जर्नी आरामदायक व सुरक्षित हो सके। एनसीआर सीपीआरओ अजीत सिंह ने बताया कि रूट प्लान तैयार हो रहा है। उसके आधार पर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
किस ट्रेन में क्या है स्टेटस?
मुंबई रूट
कुशीनगर एक्सप्रेस: 10 नवंबर तक सभी क्लास में वेटिंग
गोरखपुर- एलटीटी: 10 नवंबर तक सभी क्लास में वेटिंग
पुष्पक एक्सप्रेस: 10 नंवबर तक सभी क्लास में वेटिंग
दिल्ली रूट
पूर्वा एक्सप्रेस: 31 अक्टूबर से एसी में खाली, स्लीपर में वेटिंग
शताब्दी एक्सप्रेस: 13 से 15 नवंबर तक खाली, 16 से वेटिंग
श्रमशक्ति एक्सप्रेस: 13 से 15 नवंबर तक खाली, 16 नवंबर से वेटिंग
वैशाली एक्सप्रेस: 20 नवंबर तक थर्ड व सेकेंड एसी फुल
त्योहार सीजन में ट्रेनें फुल होने की वजह से दलाल अधिक एक्टिव रहते हैं। उन पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लास्ट मंथ में पुष्पक व गोरखपुर-एलटीटी में दलालों से टिकट खरीद कर जर्नी करने वाले 3 हजार से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई है।
अमित मालवीय, एनसीआर पीआरओ