- कानपुर से पकड़ा गया, पासपोर्ट और भारतीय करेंसी बरामद, एजेंसियों ने की पूछताछ
- हावड़ा से दिल्ली जाने के दौरान कानपुर में उतरा बांगलादेशी, कमरा तलाशने के दौरान पकड़ा
kanpur : खुफिया विंग के इनपुट पर रूपम चौराहे के पास पुलिस ने एक बांग्लादेशी युवक को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। पिछले छह दिन से वो शहर में इधर-इधर घूम रहा था। बिना वीजा पर वो बॉर्डर पार कर कोलकाता हुए कानपुर पहुंचा था। मिलिट्री इंटेलीजेंस की टीम भी उसके बारे में जानकारी खंगाल रही है। हालांकि अभी तक युवक के संबंध में कोई संदिग्ध जानकारी नहीं मिली है। एलआईयू और आईबी भी अपने स्तर से जानकारी कर रही हैं।
रूपम चौराहा के पास अरेस्ट किया
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि इनपुट मिला था कि एक युवक जिसके पास बांग्लादेश का पासपोर्ट है। वो सही से हिंदी भी नहीं बोल पाता है संदिग्ध है। थर्सडे की रात बेकनगंज पुलिस ने रूपम चौराहे के पास से उस युवक को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि युवक का नाम मानिक है। वो लक्ष्मीपुर वार्ड नंबर नौ, चौधरी थाना, फरीदगंज, जिला चांदपुर बांग्लादेश का रहने वाला है। उसके पास वीजा नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारियों ने कई घंटे पूछताछ की। कुछ संदिग्ध न मिलने पर विदेशी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर उसको जेल भेज दिया।
एजेंट ने पार कराई थी सीमा पार
पुलिस पूछताछ में मानिक ने बताया कि करीब एक महीना पहले वो नौकरी की तलाश में भटक रहा था। इस दौरान उसको वहां एक एजेंट मिला। उसने बताया कि वो भारत चला जाए तो उसको वहां कुछ न कुछ काम मिल जाएगा। इसके पास पैसे अधिक नहीं थे। इसलिए कुछ पैसे देकर एजेंट की मदद से सीमा पारकर बंगाल पहुंच गया। कोलकाता में कुछ दिन रहा 6 नवंबर को वो ट्रेन से कानपुर पहुंचा। यहां पर काम के साथ किराये पर कमरा तलाश रहा था। एक दुकान पर वो सिम खरीदने पहुंचा। दूसरी भाषा सुनकर और पासपोर्ट को देखकर दुकान वाले ने खुफिया विभाग को जानकारी दी। उसी आधार पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया। मानिक ने बताया कि वो कपड़े की सिलाई का काम करता है।
मोबाइल नंबर के आधार पर जांच
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया गया है। नंबर की सीडीआर निकाली जा रही है। मामले की जानकारी फॉरेन मिनिस्ट्री को दे दी गई है। जिससे बांग्लादेश में उसके परिवार से संपर्क कर उसका सत्यापन कराया जा सके। संदिग्धता के बिंदु पर जांच जारी है। किसी तरह का कनेक्शन अभी नहीं मिला है। जो करेंसी उसके पास बरामद हुई है। उसकी जांच कराई जा रही है कि वो सही है या नकली।