कानपुर(ब्यूरो)। सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने रिटायर्ड सफाईकर्मी की पेंशन बनाने के नाम पर 20 हजार रिश्वत लेते हुए कैंट बोर्ड के क्लर्क और प्यून को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। टीम के मुताबिक, 40 हजार रुपए की रिश्वत चपरासी के जरिए मांग की थी। एंटी करप्शन ने दोनों को रंगे हाथों दबोच लिया। दोनों से पूछताछ की जा रही है। लखनऊ की टीम ने भ्रष्टाचार के मामले में पूरी कार्रवाई की है।
दस्तावेज के नाम पर
कैंट बोर्ड से सफाई कर्मी रामवती रिटायर हो चुकी हैं। उनकी पेंशन और फंड के दस्तावेज बनने थे। इसी नाम पर कैंट बोर्ड कानपुर में कार्यरत बाबू धर्मेन्द्र कुमार ने फोर्थ क्लास इम्पलाई आनंद वर्मा उर्फ लड्डू के माध्यम से 40 हजार रुपए की घूस मांगी थी। शिकायत पर सीबीआई की एंटी करप्शन विंग बुधवार दोपहर को रामवती के साथ पहुंची और घूस देते ही चपरासी आनंद और क्लर्क(बाबू) धर्मेंन्द्र को घूस लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट कर लिया।
दोनों से की पूछताछ
दोनों से कैंट बोर्ड के मीटिंग हॉल में टीम देर शाम तक पूछताछ करती रही। इसके साथ ही शिकायतकर्ता रामवती के भी बयान दर्ज किया है। टीम ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद घूसखोर बाबू और चपरासी के खिलाफ कैंट थाने में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। विभाग को भी कार्रवाई के लिए एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। वहीं दोनों की संपत्ति का डिटेल भी कलेक्ट किया जा रहा है। चल और अचल संपत्ति, परिवार की जानकारी और बैंक अकाउंट की डिटेल भी कलेक्ट की जा रही है।
बनाई जाएगी डिटेल शीट
नाम न छापने की शर्त पर टीम के एक मेंबर ने बताया कि जब से आरोपियों ने ड्यूटी ज्वाइन की है। उस दिन से अभी तक की दोनों आरोपियों की प्रॉपर्टी की डिटेल तैयार की जाएगी। जिसमें पूरे परिवार की जानकारी और संपत्ति का डिटेल दर्ज किया जाएगा। साथ ही इस पटल पर जितनी फाइलें दोनों आरोपियों ने निस्तारित की होंगीं, उनकी भी जांच की जाएगी।