कानपुर (ब्यूरो) कार्यक्रम की शुरुआत एडीजी जोन भानू भास्कर, आईजी रेंज प्रशांत कुमार, एसपी आउटर अजीत सिन्हा और आरआई आउटर जेएस पाठक ने दीप प्रज्जवलित कर की। साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने अनचाहे मैसेज और ईमेल से दूर रहने की सलाह दी और इसका शिकार होने से कैसे बचें, इसके भी टिप्स दिए गए। रक्षित टंडन ने बताया कि आज साइबर अपराध से बचाव हम सभी के लिए जरूरी है। उन्होंने छात्र छात्राओं को मोबाइल फोन, सोशल मीडिया और फेसबुक आदि से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि नई तकनीक से हैकर आसानी से बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं।

किस उम्र के कितने लोग कर रहे सोशल मीडिया का यूज
- 13 से 18 साल तक के बच्चे 81 प्रतिशत
- 18 से 29 वर्ष तक के लोग 89 प्रतिशत
- 30 से 49 वर्ष तक के लोग 78 प्रतिशत
- 50 से 64 वर्ष तक के लोग 60 प्रतिशत
- 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग 43 प्रतिशत

बढ़ गया है साइबर क्राइम
उन्होंने कहा कि भारत में 50 प्रतिशत लोग रोजाना फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। वहीं, 60 प्रतिशत लोग व्हाट्सएप पर मैसेज करते हैं। ऐसे में डिजिटल युग में साइबर क्राइम बढ़ गया है। इसमें इससे बचने के लिए सबसे बड़ा हथियार हमारी जागरूकता ही है। हमें सोशल मीडिया पर मित्र बनाते समय या बाजार में ऑनलाइन खरीदारी करते समय बेहद सावधान रहने की जरूरत है। सरकार ने आईटी एक्ट के तहत अनेक कानून बनाये हैं। ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1930 भी जारी किया है। जहां शिकायत की जा सकती है।

साइबर डेस्क से जुड़े पुलिस कर्मियों को दिए गए टिप्स
एसपी आउटर अजीत सिन्हा ने बताया कि आउटर पुलिस के द्वारा एक ट्रेनिग सेमिनार आयोजित किया गया है। इसमें पुलिसकर्मियों को साइबर सुरक्षा से जुड़ी हुई जानकारी दी गई। वही साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने बताया कि कानपुर आउटर में सेमिनार आयोजित किया गया था। इसमें साइबर डेस्क से जुड़े पुलिसकर्मियों को भी इससे जुड़े टिप्स दिए गए हैं। साइबर अपराध को रोकने और साइबर अपराधियों को पकडऩे के बारे में बताया गया।
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क्या करें, क्या न करें
- लॉकडाउन में हर बच्चे के हाथ में मोबाइल आ गया है। अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों पर नजर रखें। बच्चों पर ऑनलाइन नजर रखने के लिए तौर तरीके हैं। बच्चों के मोबाइल से वर्चुअल करेंसी को न जोड़ें।
- अनजान नंबर की वीडियो कालिंग न रिसीव करें, ओटीपी नंबर किसी को न बताएं, केवाईसी के झांसे में न फंसे, गिफ्ट और सस्ते सामान के लालच से बचें।
- बाहर परिवार के साथ धूमने फिरने गए हों तो सोशल साइट््स पर अपना लाइव लोकेशन व स्टेटस न डालें। नहीं तो आपके पीछे घर में चोरी हो सकती है।
- जितनी भी ईमेल सोशल साइट््स का प्रयोग करना हो करें, लेकिन प्रत्येक का पासवर्ड अलग-अलग होना चाहिए। जन्मतिथि, बच्चों के नाम से पासवर्ड न बनाएं।
काम की बात