कानपुर (ब्यूरो)। कल्याणपुर में मंडे शाम को विस्फोट के बाद एटीएस, पुलिस और जांच कर रही टीम ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर धमाके के सामान से भरी बोरी वहां आई कैसे? इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए टीम ने दो दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। वहीं जो सैैंपल कलेक्ट किए गए हैैं, वे जांच के लिए एफएसएल भेजे जाने की तैयारी है।

मकान मालिक और उनके परिवार से भी सारी टीमें कई बार पूछताछ कर चुकी हैैं, वहीं विस्फोट से घायल हुई महिला की हालत धीरे धीरे सामान्य होती जा रही है। घर में तीन किराएदार और रहते हैैं, उनसे भी जानकारी की गई लेकिन ये पता नहीं चल पाया कि आखिर बोरी किसकी थी? पुलिस के मुताबिक एक बात तो साफ है कि मनीषा की बोरी नहीं थी क्योंकि आस पास के लगे सीसीटीवी फुटेज में मनीषा घर की सफाई करने के लिए खाली हाथ आती हुई दिखाई दी है।

आस-पास के लोगों से पूछताछ

पुलिस और एजेंसी का ये मानना है कि आस पास रहने वाले अराजकतत्व भी घर का खाली हिस्सा देखकर बोरी रख सकते हैैं, लिहाजा पुलिस ने आस पास के रहने वालों को रडार पर लिया है। पुलिस की सूची में तीन दर्जन से ज्यादा ऐसे लोग शामिल हैैं जो क्रिमिनल एक्टिविटीज में शामिल रहे हैैं, उनमें बोरी रखने वालों की तलाश की जा रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि कुछ महीने पहले इस मकान में दो बार नर्सिंग होम का संचालन भी किया गया है, लिहाजा पुलिस ने नर्सिंग होम संचालकों की तलाश भी शुरू कर दी है। बीते तीन साल से इस मकान में जो किराएदार रहे हैैं और छोडक़र कहीं चले गए हैैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। कल्याणपुर के प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडेय ने बताया कि एटीएस और पुलिस की टीमें तलाश कर रही हैैं कि बोरी कहां से आई? महिला की हालत सामान्य है। सैैंपल एफएसएल भेजे गए हैैं, रिपोर्ट आने पर बारूद का प्रकार पता चलेगा।