हत्या की ओर मुड़ी जांच
मंजू वर्मा के घर जब पुलिस पहुंची तो वहां घर के दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगी हुई थी। वहीं दरवाजे पर लिखा नोट भी हत्या की ओर इशारा कर रहा था। पूरे मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया हुआ है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। मंजू के कोई संतान नहीं थी जबकि 62 साल की उम्र में भी वे एक निजी स्कूल में पढ़ा रही थीं। उन लोगों की तलाश थाना पुलिस कर रही है जिनको मंजू की मौत से फायदा होने वाला था। एटाप्सी के दौरान मिली जानकारी के बाद एक बार फिर पुलिस की जांच हत्या की ओर मुड़ गई है।
ये था मामला
9 जनवरी को रायपुरवा स्थित छब्बा लाल के हाते में मंजू वर्मा रोज की तरह अपनी रिश्ते की बहन शैलजा के घर नाश्ता करने नहीं पहुंची तो वे उनके घर पहुंच गईं। दरवाजा बाहर से बंद था, आस पास के लोगों को बुलाया और दरवाजा खोला। अंदर धुआं ही धुआं भरा हुआ था। सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची और देखा कि अंदर जला हुआ बिस्तर जमीन पर पड़ा है। पानी डालकर आग बुझाई गई तो एश और बोन्स दिखाई दीं। एसीपी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि गुरुवार को डीसीपी प्रमोद कुमार ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की। कुछ संदिग्ध लोग राडार पर हैैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।