कानपुर (ब्यूरो)। रोडवेज बस में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग हाईटेक अरेंजमेंट्स कर रहा है। बस के अंदर अब किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत राहत मिलेगी। कुछ ही देर में पैसेंजर के पास पुलिस पहुंच जाएगी। विभाग ने पांच साल तक पुरानी बसों में पैनिक बटन लगा दिए गए हैं। जिनको जीपीएस के माध्यम से रोडवेज के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। विकास नगर डिपो में कंट्रोल रूम बन रहा है। कंट्रोल रूम पुलिस के नंबर 112 से भी जुड़ेेगा। बसों में अकेले चलने वाली महिला पैसेंजर्स को खासतौर पर इससे राहत मिलेगी।
निजी कंपनी से एमओयू
नई बसों और ङ्क्षपक बसों में पहले से ही पैनिक बटन लगे हैं। अब रोडवेज ने पांच वर्ष तक पुरानी बसों में भी पैनिक बटन और जीपीएस लगाया है। विकास नगर डिपो में कंट्रोल रूम के लिए कमरा भी एलॉट कर दिया गया है। कंट्रोल रूम संचालन निजी कंपनी ओरियन प्रो को दिया गया है। इसके लिए रोजवेज और कंपनी के बीच एमओयू हो गया है। कंपनी अपना सेटअप तैयार कर रही है, जिसमें तीन शिफ्टों में कर्मचारी ड्यूटी देंगे।
लोकेशन भी होगी ट्रेस
किसी तरह की दिक्कत होने पर पैसेंजर के पैनिक बटन दबाते ही रोडवेज के कंट्रोल रूम में मैसेज पहुंचेगा। कंट्रोल रूम बस कंडेक्टर से संपर्क करने के साथ ही संबंधित क्षेत्र की पुलिस को सूचना देगा। जीपीएस से बस की लोकेशन भी बताई जाएगी। इससे कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच जाएगी। रोडवेज के आरएम अनिल कुमार ने बताया कि होली के बाद कंट्रोल रूम काम करने लगेगा।