कानपुर(ब्यूरो)। अनियमित खानपान, टेंशन, फिगर मेंटेन करने के लिए डाइटिंग और फास्ट फूड का यूज महिलाओं को एनीमिया का शिकार बना रहा है। यह हम नहीं, बल्कि नेशनल फैमिली हेल्थ के जारी हुए हाल ही में सर्वे रिपोर्ट कह रही है। रिपोर्ट से पता चला है कि कानपुर सिटी के साथ मंडल में आने वाली अन्य छह सिटी की हर दूसरी महिला एनीमिया से ग्रसित है। शासन के बीते पांच सालों में किए गए प्रयासों के बावजूद यह समस्या कम होने के बावजूद बढ़ी है।
फ्री में दी जाती है मेडिसिन
शासन की तरफ से गवर्नमेंट हॉस्पिटल में महिलाओं व किशोरियों में हीमोग्लोबिन कम होने की समस्या को दूर करने के लिए जांच के साथ दवाएं फ्री में दी जाती हैं। इसके बाद भी कानपुर मंडल को सर्वे रिपोर्ट में आए आंकड़े परेशान करने वाले हैं। मंडल में कन्नौज की महिलाएं सबसे अधिक एनीमिया पीडि़त हैं। इसके बाद इटावा, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, कानपुर देहात व औरैया की किशोरी व महिलाएं एनीमिया पीडि़त मिली हैं।
टेंशन में रहने से हो रही प्रॉब्लम
गायनोलॉजिस्ट एक्सपर्ट का कहना है कि छोटी-छोटी बातें सोचने और ज्यादा समय तक टेंशन में रहने से किशोरियों व महिलाओं में शारीरिक व मानसिक विकास डिस्टर्ब होता है। इससे भी उनमें ब्लड की कमी हो जाती है। लापरवाही करना व समय पर मेडिसिन न लेने से स्थिति गंभीर होती है। यह समस्या गर्भ के दौरान मां व गर्भ में पल ले बच्चे के लिए भी घातक साबित होता है।
फास्ट फूड व जंक फूड से किशोरियों में समस्या
हैलट हॉस्पिटल के डाक्टरों के शोध में सामने आया कि जंक व फास्ट फूड का अधिक सेवन करने वाली 85 परसेंट किशोरियों एनीमिया से ग्रसित हैं। हैलट में चार गायनोलॉजिस्ट ने चार स्कूलों की 400 किशोरियों को अपनी रिसर्च में शामिल किया। इसमें 250 किशोरियां एनीमिया के लक्षण वाली मिली थी। पता चला कि इनमें 85 परसेंट किशोरियों बाहर का खाना, जंक व फास्ट फूड अधिक पसंद करती थी। इस कारण इनके शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी मिली थी।
एनीमिया के लक्षण
- कमजोरी और जल्दी थक जाना
- सीढ़ी चढऩे में सांस फूलना
- सांस लेने में समस्या होना
- आंखों के सामने कभी-कभी अचानक अंधेरा छाना
- अक्सर चक्कर आना या बेहोश होना
- सीने और सिर पर दर्द बना रहना
76 मासूम भी एनीमिया के शिकार
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट पांच के आंकड़ों भी काफी चिंताजनक है। सर्वे रिपार्ट के मुताबिक, सिटी के छह माह से पांच साल तक के 76.3 परसेंट मासूम और 15 से 19 साल तक की 63 परसेंट किशोरियां एनीमिया से ग्रसित हैं। मासूमों में इसका कारण मां का स्तनपान न कराना, मां का पर्याप्त मात्रा में आहार व दवा का सेवन नहीं करना, देखभाल में कमी व पोषण युक्त भोजन का सेवन नहीं कराना है।
एनीमिया शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी या उनके खराब होने से होता है। इसके कारण शरीर के अंगों में ऑक्सीजन पहुंचना कम हो जाता है। बचाव के लिए हरी सब्जियां, दाल, सूखे मेवे और फल का सेवन करना चाहिए। विटामिन ए और सी युक्त खाद्य पदार्थ का यूज ज्यादा करना चाहिए।
डॉ। ऊरुज जहां, एसोसिएट प्रोफेसर, गायनोलॉजिस्ट, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज