कानपुर (ब्यूरो)। बरसात में मंकड़ीखेड़ा में जलभराव से 50 हजार लोगों को बचाने के लिए परमिया नाला में एक और गेट लगाया जाएगा ताकि बरसाती पानी की जल निकासी तेजी से हो सके। पिछले दिनों करीब एक हफ्ते तक जलभराव से 50 हजार लोगों को जूझना पड़ा था।
पंप लगाकर कराई गई थी जल निकासी
परमिया नाला से बिठूर, मैनावती मार्ग, ङ्क्षसहपुर से होते हुए मकड़ीखेड़ा और आसपास के कई इलाकों का बरसाती पानी जुड़ा है। जल निगम ने नाला टेप कर दिया है। इसके लिए दो फीट का गेट लगाया गया है। बरसात में गेट खोल दिया जाता है लेकिन तेजी से बारिश के कारण जल निकासी धीमी होने से नाला ओवर फ्लो हो जाता है। पिछले साल बरसात में निकासी न होने के कारण क्षेत्र में पानी भर गय था। निकासी के लिए नगर निगम को परमिया नाला की दीवार तोडऩी पड़ी थीं। इसके अलावा निचली स्थान पर पंप लगाकर पानी की निकासी करायी थी।
घरों में कैद होने के मजबूर
करीब एक हफ्ते में क्षेत्रीय जनता को जल निकासी से निजात मिल पायी थी। इस दौरान बच्चें, बुजुर्ग और महिलाएं घरों में कैद होकर रह गए थे। नाराज लोगों ने सड़क़ पर उतर आए थे। महापौर और नगर आयुक्त ने खुद मौके पर पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया था।
पचास हजार लोगों को मिलेगी निजात
जलभराव से 50 हजार जनता को निजात दिलाने के लिए नगर निगम परमिया नाला में बरसाती पानी की निकासी के लिए एक और गेट लगवाएगा। इसके लिए जल निगम को 13 लाख रुपये दिए है। इसके लगने से बरसात के समय तेजी से पानी की निकासी हो सकेगी और ओवर फ्लो न होने से क्षेत्र में जलभराव नहीं होगा। मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने बताया कि परमिया नाला में गेट लगाने के लिए जल निगम को धन दे दिया है। पिछले साल बरसाती पानी की निकासी तेजी से न होने के कारण ओवर फ्लो हो गया था। गेट बनने के बाद समस्या खत्म हो जाएगी।