- नौकरी का लालच देकर विदेश भेजने वाला गैंग है एक्टिव, दो आरोपियों को तलाश रही क्राइम ब्रांच की टीम

- वेरिफिकेशन होते ही होगा बड़ा खुलासा, कानपुर के कई मानव तस्करों के नाम निकलकर आ सकते हैं सामने

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KANPUR : ओमान में फंसी महिलाओं को लेकर क्राइम ब्रांच की एंटी ह्ययूमन ट्रैफिकिंग सेल में मंडे को एक और एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें पूर्व में इन मामलों में पकड़े गए दोनों आरोपियों के अलावा अज्ञात को मुल्जिम बनाया गया है। क्राइम ब्रांच को मानव तस्करी में लिप्त और दो लोगों के बारे में जानकारी मिली है। जिनका वेरिफिकेशन टीम कर रही है। अप्रैल 2021 में डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने ओमान से एक महिला को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की थी और आरोपियों कर्नलगंज निवासी अतीकुर्रहमान व इफ्तिखाराबाद निवासी मुजम्मिल को जेल भेजा था। पुलिस जांच पूरी कर चार्जशीट लगा चुकी है।

कानपुर की तीन महिलाएं ओमान में

डीसीपी क्राइम के मुताबिक कानपुर की तीन और महिलाएं ओमान में कैद है। उनके परिजनों ने भी इन्हीं आरोपियों समेत अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी थी। जिसे एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने एक नई एफआईआर दर्ज की गई है.क्राइम ब्रांच को नामजद आरोपियों के अलावा दो और लोगों के बारे में जानकारी मिली है। यह दोनों कानपुर के निवासी है और वर्तमान में कर्नाटक में गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। क्राइम ब्रांच की टीम इन दोनों के बारे में मिली जानकारी को वेरीफाई कर रही है। इनके कुछ मिलने वालों के अलावा रिश्तेदारों से भी बातचीत कर ब्योरा जुटाया जा रहा है।

ओमान में फैला संक्रमण

डीसीपी क्राइम तीनों महिलाओं को लेकर लगातार ओमान में भारतीय दूतावास के सम्पर्क में हैं। ओमान में कोरोना संक्रमण अत्याधिक फैला हुआ है। उसके बाद भी एंबेसी ने किसी तरह वहां से पुलिस के जरिए चार बार छापेमारी कराई मगर आरोपी इतने शातिर है कि तीनों महिलाओं के बारे में फिलहाल कोई सुराग वहां नहीं मिला है।