कानपुर (ब्यूरो): हैलट में अब एंजियोग्राफी के लिए पेशेंट्स को कार्डियोलॉजी के चक्कर नहीं लगाने होंगे। रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में एडवांस सीटी स्कैन मशीन से एंजियोग्राफी की जाएगी। शासन की ओर से यह पहली सीटी स्कैन मशीन मिली हैं। खास बात यह है कि इससे सीटी स्कैन के साथ ही दिल की एंजियोग्राफी भी हो सकती है। ऐसे में पेशेंट्स के साथ ही तीमारदारों पर भी एंजियोग्राफी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। बताते चलें कि अभी तक हैलट के पास अपनी सीटी स्कैन मशीन नहीं थी।

संबद्ध सिटी स्कैन सेंटर में था ओवर लोड
हैलट हॉस्पिटल में कानपुर समेत आसपास 18 सिटीज के पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए आते हैं। इमरजेंसी में डेली लगभग 50 से अधिक पेशेंट को भर्ती किया जाता है, जिनमे से कुछ पेशेंट को सीटी स्कैन की भी सलाह दी जाती है। ऐसे में पेशेंट को जांच के लिए इमरजेंसी के पास बने एपी डायग्नोस्टिक सेंटर में जाना पड़ता था, जहां उनको सस्ते दर पर सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन अब हैलट के पास अपनी खुद की मशीन है। जिसको ब्लड बैंक के सामने सीटी स्कैन सेंटर में स्थापित किया गया है। मशीन के संचालन के संबंध में कंपनी के इंजीनियरों ने पैरा मेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी गई है।

आयुष्मान लाभार्थियों के लिए फ्री जांच
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि अभी इस मशीन से आयुष्मान लाभार्थियों की मुफ्त जांच की जा रही है। इसके साथ ही कुछ अन्य पेशेंट की भी जांच की जाती है। शासन से सीटी स्कैन के रेट तय होने हैं, जो केजीएमयू की तर्ज पर हो सकते हैं। बताया कि यह मशीन काफी एडवांस तकनीक की है, जिसमें दिल की एंजियोग्राफी भी की जा सकती है। शासन के जांच रेट तय होने के बाद यह सुविधा सभी पेशेंट को मिलने लगेगी।

दिल के रोगियों को मिलेगा ट्रीटमेंट
रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। अशोक वर्मा के मुताबिक एंजियोग्राफी यह जांचने के लिए की जाती है कि रक्त वाहिकाओं के माध्यम से रक्त कैसे बहता है और रक्त वाहिकाओं का सामान्य स्वास्थ्य भी जांचा जाता है। एंजियोग्राफी रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली समस्याओं की जांच और निदान करने में बहुत उपयोगी है, जैसे धमनियों का संकुचित होना, रक्त के थक्के बनना या एम्बोलिज्म आदि। यह इस एडवांस तकनीक की सीटी स्कैन से संभव हो सकेगा।

इन पेशेंट को पड़ती जरूरत
हैलट की ओपीडी में आने वाले सांस तंत्र, नसों के रोगी, लिवर, किडनी, न्यूरों आदि रोग के पेशेंट को सीटी स्कैन की जांच लिखी जाती है। एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना काल के बाद सांस तंत्र की जांच के लिए सीटी स्कैन को अधिक अहमियत दी जाने लगी है। न्यूरो और ट्रॉमा के रोगी हॉस्पिटल में आते हैं। सिर के चोट लगने पर पेशेंट को सीटी स्कैन जांच की जरूरत पड़ती है।

ये है मशीन की खूबी
- एक मिनट में पूरा शरीर हो जाता है स्कैन
- तेज गति से काम करती है
- हाई रेजोल्यूशन होने से रिपोर्ट स्पष्ट
- दिल के साथ नसों, मस्तिष्क और दूसरे अंगों की भी एंजियोग्राफी
- सीटी गाइडेड जांचें शुरू हो जाएंगी
- एफएनएसी जांच होगी, नीडिल बायोप्सी हो जाएगी
- शरीर के अंदरूनी गहराई की गांठों का सैंपल ले सकेंगे


मशीन काफी एडवांस तकनीक की है, जिसमें दिल की एंजियोग्राफी भी की जा सकती है। शासन के जांच रेट तय होने के बाद यह सुविधा सभी पेशेंट को मिलने लगेगी।
- प्रो। संजय काला, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज