कानपुर(ब्यूरो)। फन एंड फिटनेस का तडक़ा लिए ओमनीजेल प्रेजेट्स दैनिक जागरण आईनेक्स्ट सीजन-15 आप की सिटी कानपुर में जल्द आ रहा है। जहां मस्ती और जोश संग लगेगा फिटनेस का तडक़ा। बाइकथॉन में शामिल होकर साइकिलिंग करें और जानें कि एक पैडल मारने से आप की बॉडी को कितने बेनीफिट्स मिल सकते है। साइकिलिंग का फंडा है साइकिल विद ब्यूटी, गुड हेल्थ एंड फुल एनर्जी। महिलाओं के लिए भी साइकिलिंग बेहद फायदेमंद है। उन्हें दिन भर की वर्किंग के लिए एनर्जी देने के साथ उनकी ब्यूटी को भी निखारती है।

वेट लॉस में है कारगर
अक्सर फीमेल सारा दिन घर या ऑफिस के काम में लगी रहती हैं। वो अपनी फिटनेस, हेल्थ को नजरअंदाज करती हैं। ऐसे में पुरुषों, बच्चों की तरह महिलाओं को भी नियमित रूप से साइकिलिंग करनी चाहिए, जिससे न केवल उनका वेट लॉस में मदद मिलेगी बल्कि साइकिलिंग करने से दिन पर एनर्जी बनी रहेगी। साइकिलिंग से फीमेल को 6 अन्य तरह के भी फायदे मिल सकते है।

जानिए क्या है साइकिलिंग से होने वाले बेनीफिट्स -
एनर्जी बूस्टर का काम
एक रिपोर्ट के अनुसार, फीमेल को साइकिलिंग से एजर्नी बूस्टर मिलता है। साइकिलिंग करने से बॉडी में एनर्जी देती है। इससे आप दिन भर के वर्किंग को बिना थके कर सकती हैं। फिट और एक्टिव बनी रह सकती हैं। साइकिल चलाने से मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन का उत्पादन होता है, जो ऊर्जा से जुड़ा होता है। साइकिल चलाने के लंबे समय बाद भी मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ावा देने में मददगार होता है।

जोड़ों के दर्द से दूरी
साइकिलिंग के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। अक्सर बढ़ती उम्र में हड्डियों से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को विटामिन डी की और कैल्शियम की कमी अधिक होती है, जिससे जोड़ों में दर्द रहने लगता है। साइकिलिंग, टहलने या फिर दौडऩे से कहीं ज्यादा टखनों, घुटनों और रीढ़ पर तनाव को कम कर सकती है।

मशल्स रहती हैं स्ट्रांग
साइकिलिंग से पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनीं रहती हैं। कूल्हे और घुटने के जोड़ों की गतिशीलता के लिए भी साइकिल चलाना अच्छा होता है। नियमित रूप से इस फिजिकल एक्टिविटी को करने से पैरों, जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों की टोन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

शेप में रहती है बॉडी
बॉडी में एक्सट्रा फैट को कम करने के लिए साइकिलिंग एक बेस्ट ऑप्शन है। अक्सर फीमेल बढ़ते वजन, निकला हुआ पेट, चौड़ी कमर से परेशान रहती हैं। धीरे-धीरे साइकिल चलाने से प्रति घंटे लगभग 300 कैलोरी बर्न होती है। अगर आप रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाती हैं, तो आप एक साल में 11 पाउंड फैट बर्न कर सकती हैं।

हार्ट को रखे हेल्दी
हार्ट की बीमारियों से ग्रस्त महिलाओं से जुड़े एक अध्ययन में पाया गया है कि वीक में तीन बार करीब आधे घंटे तक साइकिल चलाने से एक साल के बाद इनके मेडिकल टेस्ट के दौरान ब्लड प्रेशर और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल काफी हद तक कम पाया गया।

प्रेग्नेंसी के दौरान भी बेनीफिट
प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से साइकिल चलाना एक बेहतरीन एक्सरसाज है, क्योंकि इससे हार्ट की सेहत दुरुस्त बनी रहती है। यह डिलीवरी को आसान बनाने में भी मदद कर सकता है। हालांकि, प्रेग्नेंट महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद ही साइकिलिंग करनी चाहिए।