कानपुर (ब्यूरो) एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया कि ओला कंपनी के नाम रजिस्टर्ड टोटल 231 टैक्सी है। जिसमें से एक भी टैक्सी में फिटनेस सर्टिफिकेट वर्तमान में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी के नाम रजिस्टर्ड पांच टैक्सी की फिटनेस जांच 2019 से नहीं कराई गई है। वहीं 17 टैक्सी की 2020 से फिटेनस जांच आरटीओ में आरआई से नहीं कराया गया है। इसके अलावा 209 टैक्सी का फिटनेस 2021 से नहीं कराया गया है।
11 टैक्सी आरटीओ ने की सीज
आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह ने बताया कि ओला कंपनी व उससे अनुबंधित टैक्सी का संचालन मानक के विपरीत संचालित होने की जानकारी मिली थी। इन वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। थर्सडे को चलाए गए अभियान में 11 ओला कंपनी की टैक्सी को सीज किया गया है। एआरटीओ प्रवर्तन सुनील दत्त ने बताया कि अर्मापुर में पकड़ी गई ओला कंपनी की टैक्सी में फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस समेत सभी दस्तावेज वैलिड नहीं थे। जिसमें एक लाख 10 हजार का जुर्माना लगाया गया है।
फिटनेस न होने पर पांच हजार का चालान
एआरटीओ प्रवर्तन सुनील दत्त ने बताया कि विशेष अभियान चला ओला कंपनी की टैक्सी के दस्तावेज चेक किए जा रहे है। चेकिंग के दौरान लगभग हर दूसरे वाहनों की फिटनेस सर्टिफिकेट अनवैलिड मिलते है। जिनके खिलाफ उनका 5 हजार रुपए का चालान किया जा रहा है। वहीं अन्य दस्तावेज की मियाद खत्म मिलने पर निर्धारित जुर्माना करने के साथ वाहनों को सीज कर थाने में खड़ा कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान जो वाहन पकड़े जा रहे है उनको पकड़ कर नजदीकी थाने में खड़ा कराया जा रहा है। इसके लिए 20 ड्राइवर्स की टीम को हॉयर किया गया है। जिससे कार्रवाई करने में आसानी हो
अनुबंधित वाहनों का रिकार्ड ही नहीं
यह तो बात उन अनफिट वाहनों की थी, जो ओला कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसके अलावा ओला कंपनी सैकड़ों की संख्या में अनुबंधित टैक्सी का संचालन करता है। जिसका आंकड़ा आरटीओ के पास नहीं है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि ओला कंपनी में अनुबंधित टैक्सी की फिटनेस का क्या हाल है और वह कामर्शियल कोटे की है भी या नही।
एक नजर में
- 231 टैक्सी ओला कंपनी के नाम रजिस्टर्ड
- 5 टैक्सी की 2019 से नहीं हुई फिटनस की जांच
- 17 टैक्सी की 2020 में फिटनेस हो चुका खत्म
- 1.51,19333 करोड़ रुपए कामर्शियल टैक्स कंपनी को देना है
- 11 टैक्सी को अभियान चला कर सीज किया गया है।
&& ओला कंपनी के नाम 231 टैक्सी रजिस्टर्ड है। सभी टैक्सी की फिटनेस भी वर्तमान में खत्म है। कंपनी के वाहनों का डेढ़ करोड़ रुपए का टैक्स भी बाकी है। जिसको लेकर कंपनी को डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस जारी कर 30 अप्रैल तक फिटनेस व टैक्स जमा करने की चेतावनी दी गई है।
सुधीर वर्मा, एआरटीओ प्रशासन