कानपुर (ब्यूरो) रोडवेज आरएम के मुताबिक बसों को जीपीएस सिस्टम से लैस करने का काम पहले ही शुरू कर दिया गया है। जो बस जीपीएस सिस्टम से लैस हो चुकी हैं, उन बसों में पैनिक बटन लगाने का कार्य एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएगा। बसों में लगाई जाने वाली पैनिक बटन को पुलिस के टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 112 से कनेक्ट किया जाएगा। पैनिक बटन के दबते ही स्थानीय थाने व पीआरवी वैन में अलर्ट जारी हो जाएगा। चंद मिनट के अंदर पीडि़त तक पुलिस पहुंच जाएगी।
दो चरण में लगेंगे
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक कानपुर रीजन में 600 से अधिक एसी व नॉन एसी बसें हैं। नए साल में इन बसों में पैनिक बटन लगाने का काम शुरू हो जाएगा। पहले चरण में कानपुर की 30 एसी जनरथ बस व 200 नॉन एसी बसों में पैनिक बटन लगाने का कार्य किया जाएगा। वहीं सेकेंड फेस में कानपुर में बची 370 नॉन एसी बसों में पैनिक बटन लगाया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक रोडवेज की बसें पैनिक बटन से लैस होने से उन महिला पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी। जो अक्सर बसों में अकेले सफर करती हैं।
पैनिक बटन कैसे करता काम
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक बसों के अंदर रेड कलर का पैनिक बटन लगाया जाएगा। इमरजेंसी में पैसेंजर्स के इस बटन के दबाते ही पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर बस में लगे जीपीएस के माध्यम से एक अलर्ट मैसेज जाएगा। अलर्ट मैसेज के पहुंचते ही पुलिस बस में लगे जीपीएस के माध्यम से बस की लोकेशन ट्रेस कर लेगी। जिसके बाद बस की लोकेशन नजदीकी थाने व पीआरवी को देकर मौके पर पहुंचने का आदेश देगी।
- 600 से अधिक रोडवेज बसें कानपुर रीजन में
- 40 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
- 230 बसों में पहले चरण में पैनिक बटन लगाया जाएगा
- 112 पुलिस हेल्प लाइन नंबर से इसको कनेक्ट किया जाएगा
रोडवेज बसों में अकेले सफर करने वाली महिला पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए एमडी ने सभी बसों को पैनिक बटन से लैस करने का आदेश दिया है। यह पैनिक बटन 112 पुलिस हेल्प लाइन नंबर से कनेक्ट भी होगा।
लव कुमार, आरएम, रोडवेज, कानपुर रीजन