एक्सक्लूसिव---

-जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों के सभी ओटी को माड्यूलर में कंवर्ट करने की तैयारी

-चिकित्सा शिक्षा विभाग ने ओटी की स्थिति और उसे मॉडयूलर में कंवर्ट करने के लिए आने वाले खर्च का मांगा इस्टीमेट

KANPUR: मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में पेशेंट्स की बेहतर सर्जरी हो, इसके लिए शासन ने सभी ऑपरेशन थियेटर मॉड्यूलर बनाने की तैयारी कर ली है। चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से मेडिकल कॉलेज से सभी ओटी की स्थिति और उसे मॉडयूलर में कंवर्ट करने के लिए आने वाले खर्च का इस्टीमेट तैयार करने को कहा है। मालूम हो कि अभी हर रोज मेडिकल कॉलेज के सामान्य ऑपरेशन थियेटरों में 40 के करीब ऑपरेशन होते हैं। ओटी पुराने होने की वजह से पेशेंट्स को इंफेक्शन का खतरा भी काफी ज्यादा रहता है।

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- 23 ऑपरेशन थिएटर हैं जीएसवीएम के संबद्ध अस्पतालों में

-40 के करीब ऑपरेशन रोज होते हैं मेडिकल कॉलेज में

-30 करोड़ का प्रस्ताव न्यूरो सर्जरी ओटी को मॉड्यूलर करने के लिए भेजा था

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जर्जर की जगह हाईटेक ओटी

अभी मेडिकल कॉलेज में सबसे ज्यादा ऑपरेशन सर्जरी, न्यूरो सर्जरी और इमरजेंसी ओटी में होते हैं। हांलाकि इनमें से कोई भी ओटी मॉडयूलर नहीं है। सर्जरी और गायनी विभागों के ऑपरेशन थियेटरों की जर्जर हालत को लेकर कई बार शिकायत भी हुई है। साथ ही इन्हें कई बार ठीक भी कराया गया। वहीं ईएनटी विभाग के ओटी को भी बेहतर बनाने के लिए काफी समय से प्रयास किए जा रहे थे। कॉलेज की तरफ से पहले भी न्यूरो सर्जरी व सर्जरी डिपार्टमेंट के ओटी को मॉडयूलर बनाने के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था,लेकिन शासन ने सभी ओटी को माडयूलर बनाने के लिए दोबारा प्रस्ताव मांगा है।

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मॉडयूलर ओटी के फायदे

-माड्यूलर ओटी बनने से सर्जरी की क्वालिटी बेहतर होगी

- मरीजों में भी इंफेक्शन का खतरा कम होगा

- हाईटेक सुविधाएं होने से सर्जरी में टाइम कम लगेगा

- सर्जरी की संख्या बढ़ने से वेटिंग भी कम होगी

- सुविधाएं मिलने से डॉक्टर्स को भी रहेगा कंफर्ट

अच्छी सर्जरी, कम खतरा

प्राइवेट हॉस्पिटलों की तरह की मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में माडयूलर ओटी बनने से एक तो सर्जरी की क्वालिटी बेहतर होगी। वहीं मरीजों में भी इंफेक्शन का खतरा कम होगा। क्योंकि माड्यूलर ओटी में इसे कंट्रोल में रखने की कई सुविधाएं होती हैं।

मेडिकल कॉलेज में इतने ओटी

सर्जरी डिपार्टमेंट- 8

आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट- 4

गायनी डिपार्टमेंट- 4

ईएनटी डिपार्टमेंट- 1

इमरजेंसी ओटी- 4

न्यूरो सर्जरी ओटी- 2

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वर्जन-

शासन की ओर से सभी ओटी को माडयूलर करने के लिए प्रस्ताव मांगा गया है। हम पहले भी एक प्रस्ताव भेज चुके हैं। अब दोबारा सभी ओटी के लिए फिर से प्रपोजल भेजेंगे।

- प्रो.आरके मौर्या, एसआईसी, एलएलआर हॉस्पिटल