मई में ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने के बाद अयमन अल ज़वाहिरी अल-कायदा के नए प्रमुख बन गए थे। आधे घंटे के इस वीडियो को 'डेज़ विद द इमाम: पार्ट वन' के नाम से कई ‘जिहादी’ वेबसाइटों पर जारी किया गया है।
ज़वाहिरी के मुताबिक़ उन्होने ये वीडियो ओसामा बिन लादेन के व्यक्तित्व और वफ़ादारी को लोगो के सामने लाने के लिए बनाया है। जवाहिरी ने इस वीडियो में कहा है, ''लोग नहीं जानते कि ये आदमी कठिनाइयों के बावजूद कितना विनम्र, उदार और संवेदनशील था.''
उन्होने कहा, ''हमने कभी उनके (ओसामा बिन लादेन) जैसा इंसान नही देखा.'' अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत बलों के ख़िलाफ़ चल रही लड़ाई के दौरान 1980 के दशक में ओसामा बिन लादेन से मिले ज़वाहिरी ने कहा कि लादेन के साथ वक़्त बिताना 'गर्व' की बात है।
'वो रोते हुए आए'
अल ज़वाहिरी ने बताया कि लादेन को जब जवाहिरी के परिजनों की मौत के बारे में पता चला, तो वो रोते हुए उनसे मिलने आए थे और उनको गले लगा लिया था। जवाहिरी के मुताबिक़ लादेन अपनी संतानों के प्रति समर्पित थे और उनकी पढ़ाई लिखाई का ख़ास ख़्याल रखते थे।
अयमन अल ज़वाहिरी ने कहा कि ओसामा बिन लादेन नही चाहते थे कि वो लोग, जिन्होंने 11 सितंबर के दिन अमरीका पर हमला किया था, उनको भुला दिया जाए।
जवाहिरी के अनुसार एक बार जब वो और लादेन अफ़ग़ानिस्तान में तोरा-बोरा की पहाड़ियो में छुपे थे, तब उन्होंने हर एक हाइजैकर का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था।
जवाहिरी ने कहा, ''उन्हे डर था कि वे इस बहादुरी के कार्य को देखे बिना मार ना दिए जाए.'' हालाँकि विशेषज्ञों का मानना है कि ये वीडियो में अपने और ओसामा के साथ अपनी निकटता जता कर अयमन अल ज़वाहिरी अल-क़ायदा में अपनी समर्थन बढ़ाने की कोशिश कर रहे है।
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