- पुलिस कस्टडी रिमांड पर डॉ। विवेक, राज उगलवाने को पूछताछ कर रही पुलिस
- हत्या में इस्तेमाल की गई रिवॉल्वर समेत अन्य साक्ष्य जुटाने की हो रही कोशिश
- हत्यारोपी को साक्ष्य जुटाने के लिए उरई और कानपुर ले जाने की भी है तैयारी
- खून से सने कपड़े और वारदात में शामिल हथियार को बरामद करने की कोशिश
- 28 अगस्त शाम चार बजे तक पुलिस को करना होगा जेल में दाखिल
आगरा। एसएन की जूनियर डॉक्टर योगिता के हत्यारोपी डॉ। विवेक तिवारी को मंगलवार शाम को पुलिस ने पीसीआर (पुलिस कस्टडी रिमांड) पर लिया। एमएम गेट थाने ले जाकर उससे घटनाक्रम के बारे में फिर पूछताछ की गई। उसने बताया कि डॉ। योगिता के सीने में उसने पहली गोली मारी थी। इसके बाद दो और गोली मारीं। अभी पुलिस उससे और पूछताछ कर रही है। साथ ही साक्ष्य जुटाने के लिए हत्यारोपी को उरई और कानपुर भी ले जाया जाएगा।
बमरौली कटारा में मिला था शव
एसएन मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉ। योगिता गौतम की 18 अगस्त की रात को हत्या कर दी गई थी। 19 अगस्त को सुबह उनका शव डौकी के बमरौली कटारा में मिला। इस मामले में पुलिस ने कानपुर के किदवई नगर निवासी डॉ। विवेक तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कोर्ट द्वारा तीन दिन का पीसीआर स्वीकृत किए जाने पर मंगलवार शाम साढ़े चार बजे पुलिस ने विवेक को हिरासत में लिया।
नहीं दिए सवालों के सही जवाब
सीओ कोतवाली चमन सिंह चावड़ा ने उसे थाना एमएम गेट ले जाकर पूछताछ की। उसने पुलिस को फिर गुमराह करने की कोशिश की। सवालों के सही जवाब नहीं दे रहा था। काफी देर बाद उसने घटना के बारे में बताना शुरू किया। उसने बताया है कि गाड़ी बैठाकर योगिता को ले जाने के बाद उसका झगड़ा हुआ था। हाथापाई के बाद उसने रिवॉल्वर निकालकर सबसे पहले सीने में गोली मारी। दो गोली और मारने के बाद मौत की पुष्टि की। इसके बाद कार से बमरौली कटारा तक ले जाकर योगिता का शव फेंक दिया।
रिवॉल्वर बरामद करने जाएगी पुलिस
पुलिस कस्टडी में हत्यारोपी ने इसके बाद की पूरी कहानी पुरानी ही बताई। पुलिस अब उसे रिवॉल्वर बरामद करने को फतेहाबाद टोल प्लाजा के आगे ले जाएगी। अभी अन्य अनसुलझे सवालों के भी उससे जवाब लिए जा रहे हैं। पुलिस के कई बार पूछने के बाद भी विवेक द्वारा पुराने स्टेटमेंट को फिर रिपीट किया गया। विवेक को बुधवार सुबह पहले उरई ले जाया जाएगा। वहां अपने आवास पर उसने रिवॉल्वर का लाइसेंस रखा हुआ बताया है। उसे बरामद करने के साथ ही वहां के सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए जाएंगे। इसके बाद खून से सने कपड़े बरामद करने को उसे उरई से कानपुर तक ले जाया जाएगा। इसी रास्ते में उसने अपने खून से सने कपड़े कहीं फेंके है। 28 अगस्त की शाम चार बजे उसे जेल में दाखिल करना है।
डॉ। विवेक को रिमांड पर लिया गया है, आवश्यकता पड़ने पर बुधवार सुबह विवेक को उरई और कानपुर भी ले जाया जाएगा। जिससे तय समय के भीतर पुलिस साक्ष्य जुटाने के साथ पूछताछ पूरी कर सके। सुबह फिर पूछताछ की जाएगी।
बबलू कुमार, एसएसपी