कानपुर (ब्यूरो) बिधनू के धीरपुर गांव में रहने वाले किसान इकबाल सिंह का 22 साल का मंझला बेटा बबलू शराब पीने का लती हो गया था। पिता के कई बार समझाने के बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। रोज रात को शराब पीकर घर आना उसकी आदत हो गई थी। संडे रात भी वह शराब के नशे में घर पहुंचा। बेटे को शराब के नशे में देख पिता का गुस्सा बढ़ गया। बबलू को पहले डंडे से पीटा और रस्सी से घर के सामने बेर के पेड़ में बांध कर मारा। इसके बाद उसे पेड़ से बंधा हुआ छोड़ कर सभी घर के भीतर चले गए।
सुबह छोटे भाई को मृत मिला बबलू
सुबह छोटा भाई रोहित खोलने पहुंचा तो बबलू की सांसें थम चुकी थीं। रोहित की चीख सुन घर और गांव के लोग दौड़े तो सभी दंग रह गए। धीरे-धीरे गांव के सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने पिता को अरेस्ट कर लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अंतिम संस्कार करने जा रहा था
बेटे की मौत के बाद फंसने के डर से पिता इकबाल सिंह ने तेजी से अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। गांव के बाहर खेतों में रहने वाला बड़ा बेटा ऋषि मौके पर पहुंचा तो उसने विरोध करते हुए बिधनू थाने में मामले की जानकारी दे दी। अंतिम संस्कार के लिए शव उठने से पहले पहुंची बिधनू पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर लिया। बेटे की तहरीर पर पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया।