- सीएसजेएमयू ने रिलिवेंट सब्जेक्ट डिजाइन किए हैं, जिससे अन्य फील्ड में भी जा सकेंगे

- मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स व केमिकमल इंजीनिय¨रग में ज्यादा सब्जेक्ट चुन सकेंगे

<- सीएसजेएमयू ने रिलिवेंट सब्जेक्ट डिजाइन किए हैं, जिससे अन्य फील्ड में भी जा सकेंगे

- मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स व केमिकमल इंजीनिय¨रग में ज्यादा सब्जेक्ट चुन सकेंगे

KANPUR :

KANPUR : सीएसजेएमयू के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी के बीटेक स्टूडेंट्स के लिए सिविल सर्विसेस की राह खुल सकेगी। दरअसल, सीएसजेएमयू ने ऐसे सब्जेक्ट डिजाइन किए है। जिससे टेक्नोक्रेट से लेकर सिविल सर्विसेस में जाने का रास्ता खोल दिया है। चार साल के समय अंतराल में वह म्0 परसेंट कोर सब्जेक्ट और ब्0 परसेंट काम्पटीटिव एग्जाम के सब्जेक्ट का सिलेक्शन कर सकते हैं।

नौकरी आस में भटकना नहीं होगा

मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिॉनिक्स व मैकेनिकल समेत इंजीनियरिग की अन्य ब्रांच के स्टूडेंट्स के सामने एच्से च्वाइस बेस्ड सब्जेक्ट हैं जो उनकी पसंद के अनुसार भविष्य तराशने और लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करेंगे। इन सब्जेक्ट्स के साथ वह अपनी ब्रांच के साथ दूसरी पसंदीदा ब्रांच के कुछ सब्जेक्ट भी पढ़ सकेंगे। इससे छात्रों को रोजगार मिलने में आसानी होगी और पढ़ाई के साथ कौशल विकास के अंतर्गत स्वरोजगार स्थापित करने का अध्ययन भी कर सकेंगे। इससे फायदा ये होगा कि स्टूडेंट्स को पढ़ाई पूरी करने के साथ ही नौकरी मिल जाएगी और उन्हें नौकरी की आस में दर-दर भटकना नहीं होगा। यूनिवर्सिटी ने अभी ख्0 से ख्भ् इलेक्टिव विषयों को चुनने का विकल्प दिया है जबकि अगले सत्र से उनकी संख्या और बढ़ाए जाने की योजना है।

नौकरी की आस में दर-दर भटकना नहीं होगा

यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ। रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि बीटेक के चार साल के पीरियड में स्टूडेंट अधिकतम पांच इलेक्टिव विषय ले सकते हैं। दूसरे वर्ष से वह इन विषयों का चयन करके अपना लक्ष्य प्राप्त करने का रास्ता बना सकते हैं। बीटेक सेकेंड ईयर में दो, थर्ड ईयर में तीन और फोर्थ ईयर में चार सब्जेक्ट का चयन कर सकते हैं। अमतौर पर मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स और केमिकमल इंजीनिय¨रग ब्रांच के छात्र सिविल सर्विस की तैयारी करते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए सर्वाधिक इलेक्टिव सब्जेक्ट इन्हीं ब्रांच में रखे गए हैं। अभी ख्0 से ख्भ् इलेक्टिव विषयों का कोर्स डिजाइन किया गया है जिनकी संख्या अगले वर्ष और बढ़ाए जाने की तैयारी है।