कानपुर(ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में स्थित सर्जरी डिपार्टमेंट में अब पेट, लीवर व कैंसर से संबंधित सर्जरी कराना और भी ज्यादा सुरक्षित होगा। डिपार्टमेंट की ओर से डीजीएमई को यहां के ओटी कॉम्पलेक्स के लिए एक एडवांस थ्री डायमेंशनल लेप्रोस्कोप खरीदने का प्रस्ताव भेजा गया था। एक करोड़ रुपए कीमत के इस प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद अब इस लेप्रोस्कोप को खरीदा जाएगा। इस एडवांस लेप्रोस्कोप के जरिए यूरो, लीवर, आंतों की प्रॉब्लम्स के साथ कैंसर से संबंधित सर्जरी करने में काफी मदद मिलेगी। मालूम हो कि मेडिकल कॉलेज के सर्जरी डिपार्टमेंट के ओटी काम्प्लेक्स को लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के मामले में सेंटर फॉर एक्सीलेंस का दर्जा मिला हुआ है।
माडुलर ओटी काम्प्लेक्स भी
सर्जरी डिपार्टमेंट में जीओटी और एनओटी मिला कर दो फ्लोर में कुल 8 ऑपरेशन थियेटर हैं। इसमें से फस्र्ट फ्लोर पर 4 ओटी को माडुलर ओटी बनाने का काम पूरा हो चुका है और अब यहां सर्जरी भी हो रही है। वहीं ग्राउंड फ्लोर पर स्थित ओटी को भी माडुलर किया जा रहा है। जिसके तहत वहां कई नए उपकरण भी लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा ओटी को संक्रमण मुक्त रखने के लिए नया वेंटीलेशन सिस्टम भी लगाया जा रहा है। यह ओटी कॉम्पलेक्स, न्यूरो साइंस की ओटी और सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल व इमरजेंसी ओटी से अलग है और यहां पर इलेक्टिव सर्जरी ही की जाती हैं।
ज्यादा सटीक होगी सर्जरी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला के मुताबिक, अभी ज्यादातर सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में लेप्रोस्कोपी प्रोसीजर में सर्जरी वाले हिस्से की टू डायमेंशनल पिक्चर डॉक्टर को स्क्रीन पर दिखाई पड़ती है। वहीं थ्री डी लेप्रोस्कोपी के जरिए सर्जरी वाली जगह की 3 डायमेंशनल तस्वीर स्क्रीन पर आती है। थ्री डी व्यू के जरिए सर्जरी को ज्यादा बेहतर तरीके से व कम मीन टाइम में परफार्म किया जा सकता है। इसके जरिए छोटी व गहरी जगहों पर भी काम्प्लेक्स सर्जरी को कम जोखिम के साथ परफार्म किया जा सकता है।
-------
सर्जरी डिपार्टमेंट एक नजर में-
8 ओटी हैं सर्जरी डिपार्टमेंट में
15 से 20 इलेक्टिव सर्जरी होती हैं रोज
--------
इन सर्जरी की सुविधा-
- ओपन व मिनिमल इनवेसिव प्रोसीजर
- कैंसर, यूरो, गैस्ट्रो, स्पाइन सर्जरी की सुविधाएं