- ट्रैफिक डिपार्टमेंट के इंटरसेप्टर वाहन में लगे स्पीड राडार सालों से पड़े खराब, ओवरस्पीड वाहनों पर नहीं होती कार्रवाई

- ओवरस्पीड के कारण शहर की सड़कों पर होते हैं सबसे ज्यादा हादसे, खुद के साथ दूसरे वाहनों के लिए बनते हैं काल

KANPUR। कानपुर रोड एक्सीडेंट्स के मामले में यूपी में नंबर वन पर है। कोई ऐसा दिन नहीं जाता है जब शहर की सड़कें खून से लाल न हों। लेकिन, सबसे ज्यादा हादसे ओवरस्पीड के कारण होते हैं। इसके बावजूद मौत की स्पीड पर ब्रेक लगाने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट के पास कोई जरिया नहीं है। डिपार्टमेंट के इंटरसेप्टर में लगे स्पीड राडार सालों से खराब पड़े हुए हैं। ओवर स्पीड में कार्रवाई करने के लिए शासन की तरफ से स्पीड राडार मशीन अलग से भेजी गई है। वो भी शोपीस बनी हुई है।

यमराज बन दौड़े व्हीकल्स

सिटी की सभी सड़कों पर नगर निगम ने यूं तो स्पीड निर्धारित कर रखी है। रोड किनारे कॉशन बोर्ड भी लगा रखे हैं। इसके बावजूद इन सड़कों में निर्धारित स्पीड से कहीं ज्यादा रफ्तार पर गाडि़यां चलती हैं। इन पर शिकंजा कसने वाला कोई नहीं है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट भी इन व्हीकल्स पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। जिससे बेकाबू रफ्तार में दौड़ने वाले ये वाहन खुद के साथ दूसरे वाहनों के लिए भी काल बन जाते हैं।

रोजाना होते हैं एक्सीडेंट

ट्रैफिक डिपार्टमेंट के सर्वे के मुताबिक रोड एक्सीडेंट में सबसे अधिक एक्सीडेंट ओवरस्पीड और रॉन्ग साइड चलने के कारण होते हैं। इसके बाद सड़क किनारे नो पार्किंग में खड़े व्हीकल्स भी एक्सीडेंट का बड़ा कारण बनता है। दो दिन पूर्व ही प्रतापगढ़ में बारात से लौट रही बुलेरो सड़क किनारे नो पार्किंग में खड़े ट्रक से टकरा गई थी। जिसमें 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। सिटी में हाइवे किनारे यह समस्या सबसे अधिक है।

कई बार भेजा गया रिमाइंडर

ट्रैफिक डिपार्टमेंट के मुताबिक इंटरसेप्टर में लगे स्पीड राडार खराब होने पर उनको चेंज करने के लिए मुख्यालय पत्र भेजा गया था। बीते तीन सालों में कई बार रिमाइंडर भी भेजा गया। हाल ही में दो स्पीड राडार बॉक्स भेजे गए हैं। जिनको साथ लेकर चलना पड़ता है। बॉक्स साथ लेकर चलने में समस्या होती है। इसलिए ट्रैफिक का चेकिंग स्टाफ इसका यूज बेहद कम या विशेष चेकिंग अभियान में यूज करता है।

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आंकड़े जनवरी से अगस्त तक

वर्ष दुर्घटना घायल मौत

2020 404 275 162

2019 599 418 294

आंकड़े

40 परसेंट कार्रवाई हेलमेट व मास्क न लगाने पर

30 परसेंट चालान ट्रिपलिंग व बिना कागज चलने पर

20 परसेंट मामलों में कार्रवाई सीट बेल्ट न पहनने पर

5 परसेंट ब्लैक फिल्म लगाने, ओवरलोड और पॉल्यूाशन पर

3 परसेंट कार्रवाई सिर्फ ड्रिंक एंड ड्राइव के मामलों में

2 परसेंट कार्रवाई होती है ओवरस्पीड पर

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इंटरसेप्टर में लगे स्पीड राडार को ठीक कराने के लिए फिर से रिमाइंडर भेज दिया गया है। जल्द ही वह सही हो जाएंगे। हैंड स्पीड राडार बॉक्स से अभी ओवरस्पीड व्हीकल्स पर कार्रवाई की जा रही है।

बसंत लाल, एसपी ट्रैफिक