कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो स्टेशन के बनने से पहले आईआईटी से लेकर मोतीझील तक जलनिकासी की कोई समस्या नहीं थी। बरसात का पानी भी नहीं भरता था, लेकिन मेट्रो स्टेशन के निर्माण की वजह से जगह जगह सड़क खोदी गई। जिस कारण सिस्टम खराब हो गया है। इसके लिए अब आईआईटी से लेकर मोतीझील तक सर्वे किया जाएगा और रिपोर्ट के बाद ही ड्रेनेज का सिस्टम ठीक होगा।
मेट्रो को निकालनी होगी मिट्टी
दो विभागों की खींचतान में पब्लिक पिस रही है। वजह है कि मेट्रो स्टेशन बनने के दौरान जगह जगह खुदाई होने के कारण मिट्टी ड्रेनेज में पट गई है। नगर निगम चीफ इंजीनियर का कहना है कि अब मेट्रो को पहले इसमें से मिट्टी की सफाई करवानी होगा। इसके बाद ही यहां पर नगर निगम की तरफ से ड्रेनेज सिस्टम को ठीक किया जाएगा।
डिवाइडर किनारे भरा पानी
सड़क पर जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण डिवाइडर के किनारों समेत जगह-जगह बरसाती पानी भर रहा है। वहां से गुजरने वाले पंकज कुमार, सुमित पाठक, वसीम और नीलेश ने बताया कि सड़क बिलकुल नई बनी है। करोड़ों रुपए खर्चकर इसे तैयार किया गया है। इसके बावजूद यहां बरसाती पानी भरा हुआ है। जिससे रोड खराब हो सकती है। ऐसे में साफ है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने लापरवाही की। बिना सोचे समझे बस रोड बना दी। ड्रेनेज सिस्टम के बारे में नहीं सोचा गया।
पीडब्ल्यूडी को भी लिखा पत्र
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखकर कहा था कि आईआईटी से मोतीझील तक सड़क रूट पर जल्द जल निकासी दुरुस्त की जाए ताकि जलभराव नहीं हो और सड़क पर यातायात सुचारु सके, लेकिन अभी तक जलनिकासी की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।