कानपुर(ब्यूरो)। एलएलआर एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स में कई नए और बड़े प्रोजेक्ट्स आ रहे हैं। जिनके लिए हॉस्पिटल कैंपस में और जगह चाहिए। 54 एकड़ में बने एलएलआर हॉस्पिटल(हैलट) कैंपस में अब नए प्रोजेक्ट््स के लिए 9 पुरानी बिल्डिंग्स को क्तढहाया जाएगा। इसके लिए शासन को कॉलेज प्रशासन की ओर से प्रस्ताव भेज दिया गया है। इन नौ बिल्डिंग में ओल्ड मेस, दीपिका वार्ड, पुराना पोस्टमार्टम हाउस, रिकार्ड सेक्शन भी शामिल है। जिन्हें तोड़ कर खाली हुई जमीन पर अस्पताल के कई और प्रोजेक्ट्स बनाए जाएंगे।

नए प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन
मालूम हो कि एलएलआर हॉस्पिटल कैंपस में कई योजनाओं के लिए भवन निर्माण के लिए जमीन की जरूरत है। 1944 में बने इस हॉस्पिटल में अब कई ऐसे भवन है जोकि जर्जर हो चुके हैं। या फिर कंडम हो गए हैं और किसी काम के नहीं है। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल प्रो.संजय काला ने जानकारी दी कि 9 बिल्डिग चिन्हित की गई हैं जिनका प्रयोग नहीं हो रहा है या फिर वह बेहद जर्जर हालत में हैं। इन्हें गिराकर काफी जगह निकलेगी। जिस पर नए प्रोजेक्ट्स लाए जा सकते हैं। इसके लिए शासन को प्रस्ताव तैयार करवा कर भेजा है।

5 बंगलों को तोडक़र
मालूम हो कि एलएलआर अस्पताल के जीटी रोड साइड पर बने 5 बंगलों को तोड़ कर वहां आधी जगह पर सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल बनाया गया। वहीं आधी जगह पर अब लेवल-1 ट्रामा सेंटर का निर्माण होना है। इसके अलावा ओल्ड मेस की बिल्डिंग भी बेहद जर्जर हो चुकी है। ऐसे में इसे खाली करवा कर यहां पर न्यू ओपीडी कॉम्प्लेक्स बनाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा जा चुका है। बिल्डिंगों को गिराने पर मुहर कैबिनेट मीटिंग में लगनी है। इस वजह से यह काम नई सरकार बनने के बाद ही हो पाएगा।

इन प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम-
- लेवल-1 ट्रॉमा सेंटर
- न्यू ओपीडी ब्लॉक
- मेटरनिटी विंग एक्सपेंशन
- स्मार्ट पार्किंग
- सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल मल्टी लेवल पार्किंग
- इंफेक्शस डिसीज इंस्टीट्यूट
- जीरियाट्रिक यूनिट
-न्यू रिकार्ड सेक्शन
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