- 16 अगस्त से शहर के स्कूल फिर से होंगे गुलजार, स्टाफ को किया वैक्सीनेटेड
- 50 परसेंट की स्ट्रेंथ में मिलेंगी स्टूडेंट को एंट्री, टिफिन और बॉटल शेयर करने पर पाबंदी
- 9वीं क्लास से 12वीं तक के क्लास दो शिफ्टों में लगेगी
- 4- 4 घंटे में शिफ्ट बदलेगी, दो शिफ्ट में होगी पढ़ाई
-8 घंटे ही स्कूल- कालेजों में हो सकेगी आफलाइन पढ़ाई
KANPUR: यूपी में 16 अगस्त से शहर के स्कूल्स फिर से गुलजार हो जाएंगे। इसके लिए शासन की ओर से गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं। स्कूलों ने सैनेटाइजेशन व अन्य तैयारियां शुरू कर दी हैं। सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को आने की परमिशन होगी जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण न हों। करीब 70 परसेंट पेरेंट्स की भी कंसेंट आ चुकी हैं। स्कूल और कॉलेजों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। स्टाफ को वैक्सीनेटेड कराया जा चुका है। सैनेटाइजेशन की मशीनें लगी हुई हैं। सिटिंग अरेंजमेंट में सोशल डिस्टेंसिंग को मेन्टेन रखा गया है। स्टूडेंट्स किसी दूसरे की सीट पर नहीं बैठ सकेंगे। कोविड अवयेरनेस को लेकर एक्टिविटी चलाई जाएगी।
9 से 12वीं तक के क्लास खुले
कोविड के बढ़ते आउटब्रेक की वजह से स्कूल बंद किए गए थे। अब जब स्थितियां सामान्य हो रही है तो इन्हें फिर से खोला जा रहा है। इसे लेकर गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। इसके मुताबिक क्लास 9 से 12 तक के माध्यमिक कॉलेजों में 16 अगस्त से दो शिफ्ट में पढ़ाई शुरू होगी। दोनों ही शिफ्ट में 50-50 परसेंट की संख्या में स्टूडेंट्स को आने की परमिशन होगी। इसके पीछे शासन की मंशा है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन हो सके।
सैटरडे को बंद रहेंगे कॉलेज
कॉलेजों में पांच दिन मंडे से फ्राईडे तक पढ़ाई होगी। सैटरडे को कॉलेज परिसर सैनिटाइज किए जाने से विद्यार्थियों की छुट्टी रहेगी। इसके अलावा कॉलेज खुलने व पाली खत्म होने पर क्लासेस सैनिटाइज की जाएंगी।
थर्मलस्कैनिंग होगी
कॉलेजों में हैंडवाश, सैनिटाइजर, थर्मलस्कैनिंग और पल्स आक्सीमीटर की व्यवस्था भी की जाएगी। सभी शिक्षक, कर्मचारी और स्टूडेंट्स को मास्क पहनकर आना कंपलसरी होगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने विस्तृत निर्देश डीएम सहित एजूकेशन डिपार्टमेंट के अफसरों को भेजा है।
मार्च से बंद हैं स्कूल-कॉलेज
कानपुर में मार्च से स्कूल-कॉलेज बंद है। जून के लास्ट वीक में सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेजों में जुलाई से सिर्फ ऑनलाइन क्लासेज चलाने की बात कही थी। इसके बाद से स्कूल खुले हुए हैं लेकिन बच्चों को आने की परमिशन नहीं है।
यह पालन करना जरूरी
- बिना मास्क किसी भी स्टूडेंट को स्कूल या कॉलेज में एंट्री नहीं दी जाए
- स्कूल- कॉलेज में सैनिटाइ¨जग का इंतजाम हो
- क्लासेस से पहले क्लासरूम को सैनिटाइज किया जाए
- स्कूल-कालेजों में हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था हो
- स्टूडेंट्स के स्कूल-कॉलेज में एंट्री करते समय सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टन रखें
- एक साथ स्टूडेंट्स को इकट्ठा करके
एंट्री न दिया जाए
70 परसेंट पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार हैं। उनकी कंसेंट आ चुकी है। कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा। स्टाफ वैक्सीनेटेड है। कैंपस में एंट्री के पहले सैनेटाइजेशन होगा। क्लासरूम के बाहर भी सैनेटाइजेशन के लिए मशीनें लगी हुई हैं। पेरेंट्स बेफिक्र होकर बच्चों को स्कूल भेजें।
रीता सक्सेना, प्रिंसिपल स्कॉलर मिशन स्कूल
75 परसेंट पेरेंट्स की कंसेंट आ चुकी हैं। कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर के तहत ही कैंपस में एंट्री दी जाएगी। दो सैनेटाइजेशन टनल बनाए गए हैं। शासन की गाइडलाइन के अनरूप ही स्टडी कराई जाएगी। बच्चे टिफिन या बॉटल शेयर न करें और सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रहें इसकी निगरानी के स्टाफ को सख्त आदेश है।
कृष्णा चौहान, प्रिंसिपल दून इंटरनेशन स्कूल
70 परसेंट पेरेंट्स ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कंसेंट दे दी है। अभी यह नंबर और बढ़ेंगे। ऑफलाइन स्टडी कराई जाएगी। बच्चों के बीच चीजों का आदान-प्रदान न हो। इसकी निगरानी होगी। दिन में तीन बार स्कूल कैंपस को सैनेटाइज किया जा रहा है। एक्टिविटीज वर्चुअल हो रही हैं। शासन की गाइडलाइन के अनुसार कोविड प्रोटोकाल को मेन्टेन करते हुए ही एंट्री दी जाएगी।
पूजा शहगल, प्रिंसिपल कान्यकुब्ज पब्लिक स्कूल
80 परसेंट पेरेंट्स ने स्कूल भेजने को लेकर अपनी सहमति दी है। टाइम टेबल पैरलल रखा गया है। जिससे घर पर रहकर स्टडी कर रहे स्टूडेंट्स को वहीं पढ़ाया जाए जो स्कूल में पढ़ाया जा रहा है। बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी। स्टूडेंट सीट एक्सचेंज नहीं कर सकेंगे। बिना मास्क के एंट्री नहीं मिलेगी।
श्रद्धा शर्मा, प्रिंसिपल, फ्लोरेट्स
हमारी तैयारी पूरी है। शासन की गाइडलाइन के हिसाब से ही एंट्री दी जाएगी। मास्क पहनकर सभी स्टूडेंट आए इसकी चेकिंग में कोताही न बरतने के स्टाफ को निर्देश हैं। 50 परसेंट स्ट्रेंथ में ही स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा। 80 परसेंट के करीब स्टूडेंट्स की कंसेंट आ चुकी हैं।
रोहित जायसवाल, मैनेजर, गुलमोहर पब्लिक स्कूल