कानपुर (ब्यूरो) वर्तमान में कानपुर से कबरई तक टू लेन हाईवे है। इस वजह से अक्सर इस रोड पर जाम की स्थिति बन जाती है। सिर्फ कबरई तक दो घंटे सफर के लिए वाहन चालकों को तीन से चार घंटे का समय लगता है। ऐसे में नई फोरलेन बनने से कानपुर से भोपाल तक का रास्ता आसान हो जाएगा और पहले के मुकाबले सफर के समय में भी काफी अंतर आ जाएगा। वर्तमान में कानपुर से भोपाल की दूरी लगभग 550 किलोमीटर है। फोरलेन के बाद जाम की समस्या से निजात मिलेगी, जिससे भोपाल तक जाने का रास्ता सुगम हो जाएगा।

112 किलोमीटर होगा हाईवे
बता दें कि कबरई-सागर जाने वाले हाईवे डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट 2021 में एनएचएआई की भूमि अधिग्रहण समिति को भेजी गई थी। इसे रमईपुर से बनाया जाएगा। इसकी दूरी लगभग 112 किलोमीटर होगी। अधिकारियों के मुताबिक सर्वे को जनवरी तक एनएचएआई मुख्यालय को भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए भेजी जाएगी। समिति के बैठक में इसके अलाइनमेंट को फ्रीज कर दिया जाएगा। वहीं, अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर परीक्षण किया जा रहा है।

अनुमानित खर्च 3750 करोड़ रुपए
कानपुर से कबरई फोर लेन हाईवे में लगभग 3750 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। पहले इसका निर्माण नौबस्ता से किया जाना था, लेकिन इसके लिए सैकड़ों भवन तोडऩे पड़ते, इससे निर्माण की लागत बढ़ जाती। यही वजह है कि इस हाईवे की आठ किलोमीटर लंबाई कम करके रमईपुर से बनाने का डिसीजन लिया गया है।

यहां से जुड़ेगा हाईवे
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक, यह हाईवे रिंग रोड के माध्यम से कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड, कानपुर-प्रयागराज हाईवे, कानपुर-झांसी हाईवे व अन्य नेशनल हाईवे से जुड़ जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण समिति से प्राथमिक मंजूरी मिल गई है।

यहां होगा फायदा
इस हाईवे पर सबसे बड़ी समस्या जाम लगना है, क्योंकि यहां से रोज करीब 30 से 40 हजार गाडिय़ां गुजरती है। प्रोजेक्ट के कंप्लीट होने पर हमीरपुर रोड, घाटमपुर, रमईपुर और बिधनू में लगने वाले जाम से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।

ऐसे मिलेगी कनेक्टिविटी
-नौबस्ता से कबरई हाईवे 124 किलोमीटर
- कबरई में बाईपास से आगे का रास्ता मिलेगा
- कबरई से सागर हाईवे में कनेक्टिविटी
- सागर से भोपाल के लिए फोरलेन होगा