- यूपी बोर्ड से एग्जाम देने वाले कैंडीडेट्स की संख्या लगातार हर साल कम हो रही
- पिछले सेशन में 1.08 लाख स्टूडेंट्स हुए थे एपियर, इस सेशन में सिर्फ 1.02 लाख
KANPUR : यूपी बोर्ड देश में सबसे अधिक परीक्षार्थियों के नंबर्स वाला बोर्ड माना जाता है। अब हालात ये हो गए हैं कि इस बोर्ड से एग्जाम देने वाले कैंडीडेट्स की संख्या लगातार हर साल कम हो रही है। कोरोना काल में पढ़ाई में इंट्रेस्ट न लेना और 500 रुपए बोर्ड फीस जमा न करने की वजह से सेशन 2020-21 की परीक्षा में यूपी बोर्ड के 6 हजार कैंडीडेट्स पिछले साल की अपेक्षा कम हो गए हैं।
पिछले सेशन यानी 2020 के एग्जाम में जहां लगभग 1.08 लाख कैंडीडेट्स एपियर हुए थे, जबकि इस सेशन में 1.02 लाख के आसपास यह संख्या हो गई है। बोर्ड से जुड़े एक्सपर्टस का मानना है कि यदि स्कूल खुलते तो भले ही स्टूडेंट्स से संपर्क कर उन्हें मॉटीवेट किया जा सकता था, मगर अब रजिस्ट्रेशन की डेडलाइन खत्म हो गई और करीब 1.02 लाख कैंडीडेट्स ही एग्जाम में एपियर हो सकेंगे।
आंकडें : एक नजर में
सेशन 2019-20
10 वीं में टोटल स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था - 53553
12वीं में टोटल स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था - 54576
सेशन 2020-21
10वीं में टोटल स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया - 53500
12वीं में टोटल स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया - 48899
'' कोरोना महामारी की वजह से और 500 रुपये बोर्ड फीस के कारण स्टूडेंट्स ने कम रजिस्ट्रेशन कराए। उम्मीद की जा रही है कि नेक्स्ट सेशन से स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी.''
सतीश तिवारी, डीआईओएस