कानपुर(ब्यूरो)। शहर में बढ़ती पानी की किल्लत को दूर करने के लिए नगर निगम ने सभी वार्डों में सूखे पड़े हैंडपंपों को रीबोर कराने की तैयारी की है। जलकल विभाग के मुताबिक, इस पर काम तेजी शुरू करा दिया गया है। इसी महीने काम को कंप्लीट कर लिया जाएगा। करीब साढ़े तीन करोड़ के बजट से 110 वार्डों में 550 से ज्यादा हैंडपंप रीबोर कराए जाएंगे।

कई वार्ड में काम शुरू
जलकल विभाग के मुताबिक, हैंडपंप को रिबोर करवाने के लिए सिचाई विभाग को भी लेटर लिखा गया है। सिटी के विभिन्न इलाकों में खराब और सूखे पड़े हैंडपंपों को चिन्हित करना शुरू कर दिया गया है। हर एक हैंडपंप पर लगभग 65 हजार रुपए का एस्टीमेट तैयार किया गया है। कई जगहों पर काम शुरू भी करा दिया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट के तहत 3.57 करोड़ रुपए के खर्च होने का अनुमान है।

बड़ी देर से आई याद
सिटी के अलग-अलग एरिया में लगभग 13499 से अधिक हैंडपंप हैं। अधिकारियों के मुताबिक, चार हजार से अधिक हैंडपंप को रीबोर कराना है, लेकिन गर्मियों के सीजन को देखते हुए वार्ड वाइज पांच-पांच कुल 550 हैंडपंप को चिन्हित किया गया है। हालांकि सवाल ये है कि गर्मी के दो महीने गुजरने के बाद नगर निगम को रीबोर की याद आई है। जबकि इसे समय रहते भी कराया जा सकता था।

इसलिए पड़ी जरूरत
गर्मियों के दिनो में पानी की खपत अधिक हो जाती है, जिस वजह से कई बार सप्लाई भी पूरी तरीके से नहीं हो पाती है। इसके अलावा अधिकतर हैंडपंप सूखे पड़े हैं। वहीं गंगा का वाटर लेवल गिरने से सप्लाई में भी दिक्कत आ रही है। जिसे देखते हुए नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। जलकल जीएम नीरज गौड़ ने बताया कि 110 वार्डो में 97 जगहों पर रीबोर का काम चालू करवा दिया गया है।

पानी बचाने की कोशिश
वहीं, भूगर्भ जल विभाग के मुताबिक, आवास विकास, पनकी कटरा, कालपी रोड, गुजैनी, श्यामनगर, जरौली, सिविल लाइंस कमिश्नर कैंप समेत अन्य इलाकों में लगातार जलस्तर गिर रहा है। हर साल वाटर लेवल औसतन 60 सेंटीमीटर से अधिक नीचे गिर रहा है। मानसून सीजन में रेनवाटर हार्वेंस्टिंग से से पानी को बचाने की कोशिश की जाती है।


फैक्ट फाइल
- 13,499 हैंडपंप लगे हैं सिटी में
- 550 हैंडपंप रीबोर का टारगेट
- 5 हैंडपंप हर वार्ड में चिन्हित
- 3.57 करोड़ रुपए का है बजट
- 65 हजार हर रीबोर पर आएगा खर्च

कोट
&&गर्मियों के दिनों में पानी की समस्या दूर करने के लिए सिटी के अलग-अलग एरिया मे लगभग 550 हैंडपंप को रिबोर करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए हर वार्ड में पांच-पांच हैंडपंप को चिन्हित किया जा रहा ह &य&य
नीरज गौड़, जीएम, जलकल विभाग