- 2. 20 लाख सीटों पर एडमिशन के लिए 4.40 लाख परीक्षार्थियों ने दिया एंट्रेंस एग्जाम

- एनसीटीई ने अगले वर्ष से चार साल का बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई

KANPUR : सीएसजेएम यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश के बीएड कॉलेजों में पांच साल बाद स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी। इसका कारण एडमिशन के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स इस वर्ष बढ़ गए हैं। सेशन 2021-22 में बीएड कॉलेजों की 2.20 लाख सीटों पर एडमिशन के लिए 5.25 स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है। इनमें से 4.40 लाख स्टूडेंट्स इस एग्जाम में एपियर हुए।

अगले वर्ष से चार साल का

परीक्षार्थियों की संख्या देखते हुए सीएसजेएमयू से संबद्ध करीब 250 कॉलेजों में करीब 25 हजार सीटों पर एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ना तय है। शिक्षाविद् बताते हैं कि इस वर्ष स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने के कई रीजन हैं। इनमें से सबसे बड़ा कारण यह है कि नेशनल काउंसिल आफ टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) ने अगले वर्ष से चार साल का बीएड पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की प्लानिंग की है। अभी बीएड दो वर्ष का है जबकि उसके बाद छात्र को चार साल पढ़ाई करनी होगी। इसके अलावा पिछले सत्र प्रवेश प्रक्रिया देर तक चली थी जिसके चलते कई छात्र छात्राएं दूसरे विकल्प की तलाश करते हुए दूसरे संकाय में चले गए। शिक्षकों की भर्ती निकलना भी एक बड़ा कारण है।

'' स्टूडेंट्स संख्या को देखते हुए इस बार संकेच्त अच्छे हैं। इसके अलावा एंट्रेंस एग्जाम भी समय पर हुआ है, जबकि काउंसि¨लग व एडमिशन प्रॉसेस भी नेक्स्ट मंथ शुरू हो जाएगा.''

प्रो। मुनेश कुमार, डीन शिक्षा प्रशिक्षण संकाय सीएसजेएमयू

'' निजी बीएड कॉलेज बीते पांच वर्षों से बेहद कम सीटों के साथ सेशन चला रहे थे। इस वर्ष सभी कॉलेजों को पूरे स्टूडेंट्स मिल सकते हैं.''

विनय त्रिवेदी, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश स्ववित्तोषित महाविद्यालय एसो।