- मेडिकल कॉलेज का मामला, यूजी फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के हॉस्टल में जबरन घुसे थे थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स
- अभद्रता और अनुशासनहीनता का आरोप, प्रिंसिपल ने चारों को किया सस्पेंड, हॉस्टल से भी हमेशा के लिए निकाले जाएंगे
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KANPUR : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के हॉस्टल में तड़के चार सीनियर स्टूडेंट जबरन घुस गए थे। उन्हें प्रिंसिपल डॉ। आरबी कमल ने सस्पेंड कर दिया है। इन पर तड़के 3.45 बजे हॉस्टल में घुस कर अभद्रता और अनुशासनहीनता का आरोप है। आरोप है कि एमबीबीएस थर्ड ईयर में पढ़ने वाले यह चारों स्टूडेंट्स कॉलेज के कुख्यात बुलेट गैंग के सदस्य भी हैं। जोकि बुलेट बाइक से आधी रात से लेकर तड़के तक धमाचौकड़ी कर रहे थे। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल की ओर से फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स की रैगिंग के आरोपों से तो इंकार किया गया, लेकिन स्टूडेंट्स को क्लासेस से सस्पेंड किया गया। हॉस्टल से भी हमेशा के लिए निकालने का आदेश है।
रैगिंग की कोशिश
घटना 5 मार्च सुबह 3.45 बजे के करीब की है। एमबीबीएस फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के बीएच-5 हॉस्टल में कुछ लड़के घुस आए और जूनियर स्टूडेंट्स को हॉस्टल में जगाकर रैगिंग की कोशिश की। साथ ही उनसे अभद्रता भी की गई। इसकी सूचना हॉस्टल के स्टॉफ ने वार्डन और प्रॉक्टर को दी। वह हॉस्टल पहुंचे और आरोपियों की पहचान की गई। तो यह चारों स्टूडेंट्स पैरा एल-2 के विकास मिश्रा, दिव्यांश अग्रवाल, सिद्धार्थ चौधरी और आशुतोष लवानिया निकले। मामला प्रिंसिपल के पास पहुंचा तो उन्होंने सभी के पेरेंट्स को जानकारी दी। किसी जूनियर स्टूडेंट ने एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर सूचना नहीं दी है।
बुलेट गैंग है चर्चित
इस गैंग के ज्यादातर मेंबर्स बुलेट बाइक से घूमते हैं। वह देर देर रात तक बाइकों से घूमते हैं। एक बार पहले भी इस गैंग से जुड़े स्टूडेंट्स का अपने सीनियर्स से झगड़ा हो चुका है। जिसमें पीजी करने वाले स्टूडेंट्स से भी मारपीट की गई थी।