कानपुर (ब्यूरो) गुरुवार रात डेढ़ बजे बांसमंडी स्थित एआर टॉवर, अरजन टॉवर, मसूद कांप्लेक्स, नफीस टॉवर और हमराज कांप्लेक्स व इससे जुड़े सुपर हमराज, हमराज फेस-एक व दो में आग लगी थी। आंकलन के मुताबिक, आग में लगभग 1150 दुकानें प्रभावित हुईं, जिनमें 2500 करोड़ रुपये का स्टॉक पड़ा था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एयरफोर्स, सीओडी के साथ मिलकर अग्निशमन विभाग ने 84 घंटे बाद आग पर काबू पा लिया था। बुधवार को पुलिस ने सबसे पहले पांचों इमारतों को चारों ओर से बैरीकेड कर दिया और ट्रैफिक खोल दिया। जिससे आसपास व्यापारिक गतिविधियां शुरू हो गईं। चहलपहल होने लगी।
24 दुकानदार रहे भाग्यशाली
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एआर टावर के बेसमेंट में 18 दुकानें हैं, जिसमें एक खाली थी। बाकी बची 17 में से 9 दुकानों में आग पहुंची थी, जबकि आठ को बचा लिया गया था। इसी तरह से नफीस टावर के बेसमेंट और फस्र्ट बेसमेंट में 15 दुकानों से माल निकाला गया। टाप फ्लोर पर स्थित एक दुकानदार का माल भी सुरक्षित मिला। इस तरह से कुछ 24 दुकानदार भाग्यशाली रहे, जिनकी दुकानें भीषण अग्निकांड के बाद भी सुरक्षित रहा। वहीं मसूद टावर, हमराज और सुपर हमराज टॉवर में अभी व्यापारियों को एंट्री नहीं दी गई है। अधिकारियों के निर्णय के बाद ही एंट्री दी जाएगी।
प्रभावित परिसर होंगे सील
सुरक्षित बचे रेडीमेड कपड़ों को बाहर निकालने के बाद पुलिस इस पूरे परिसर को सील कर देगी। मलबा निकालने व इमारतों को ढहाने आदि के फैसले स्टेबिलिटी स्ट्रक्चरल कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद लिए जाएंगे। रिपोर्ट मंगलवार शाम तक आनी थी, मगर अभी इसमें एक-दो दिन का वक्त लग सकता है।
बांसमंडी के आग प्रभावित क्षेत्र में जनजीवन बुधवार को सामान्य हो गया। अन्य दुकानें भी खुल गई हैं। सुरक्षित माल भी व्यापारियों ने बाहर निकाल लिया है। अब जो भी होगा स्टेबिलिटी स्ट्रक्चरल कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर होगा।
बीपी जोगदण्ड, पुलिस आयुक्त