कानपुर (ब्यूरो) साकेत नगर स्थित होटल में आयोजित सेमिनार को भी वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में विपक्ष कहता था कि अगर नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए तो अमेरिका-रूस से लेकर मुस्लिम देशों से भारत के संबंध खराब हो जाएंगे। मोदीजी ने देश की कमान संभालने के बाद भारत का मान बढ़ाया है। प्रमुख मुस्लिम देशों सऊदी अरब, अफगानिस्तान, फलस्तीन, यूनाइटेड अरब अमीरात, मालदीव एवं बहरीन के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से उन्हें सम्मानित किया गया है। वह सुबह से लेकर शाम तक देश और समाज के उत्थान के लिए ही सोचते हैं।
जनता की सेवा करने आए हैैं
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि हम सत्ता को भोगने नहीं, जनता की सेवा करने आए हैं। उन्होंने देश की सेवा करने वाले सैनिकों की वन रैंक वन पेंशन जैसी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी कर उनका मान बढ़ाया है। रामजन्म भूमि विवाद का पटाक्षेप कर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। बाबा विश्वनाथ कारिडोर का निर्माण उनकी वजह से ही संभव हुआ। उन्होंने पांच लाख तक इलाज से लेकर सस्ती दवाएं मुहैया कराने की दिशा में ठोस निर्णय लिया। इस दौरान महापौर प्रमिला पांडेय, एमएलसी विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक, विधायक सुरेंद्र मैथानी, प्रो। आरती लालचंदानी थी।