Kanpur : सर्किट हाउस में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने घरेलू हिंसा के अधिकांश मामलों में काउंसलिंग के दौरान लड़के पक्ष के गैरहाजिर रहने की शिकायतें सामने आने की बात बताई। इसी वजह से काउंसिलिंग में देर होने की बात उन्हें बताई गई। ऐसे मामलों में लड़के पक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने रविवार शाम सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक के दौरान ये बात कही।
पेंडिंग मुकदमों की संख्या पूछी
आयोग की अध्यक्ष ने महिला थाने में पेंडिंग मुकदमों की संख्या पूछी। महिला थाना प्रभारी स्नेहलता ने बताया कि उनके यहां 27 मामले पेंडिंग हैं। जल्द ही विवेचना पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद उन्होंने थानों में खुली महिला हेल्प डेस्क पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण के साथ ही उनकी समीक्षा करने के लिए भी कहा।
काउंसिलिंग के सफल मामलों को सूचीबद्ध करने के निर्देश
उप निदेशक महिला कल्याण से उन्होंने काउंसिलिंग के सफल मामलों की सूची अलग से बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान बजट का भी मुद्दा उठा। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया की विभाग के अधीन संचालित संस्थाओं के लिए बजट देर से आने के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। आयोग की अध्यक्ष ने इस समस्या का जल्द निराकरण करने का भरोसा दिलाया। बैठक में राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर, रंजना शुक्ला, एसपी साउथ दीपक भूकर आदि रहे।