कानपुर( ब्यूरो)। सीएम ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम के तहत अब स्मार्ट सिटी कानपुर में ग्रीन रोड बनाई जाएगी। ग्रीन रोड कई हाईटेक सुविधाओं से लैस होगी। यूपी के सभी 17 नगर निगम में रोड बनाने का प्रस्ताव पास हुआ है। इस लिस्ट में कानपुर नगर निगम भी है। स्कीम के तहत शासन ने नगर निगम को रोड चिन्हित करने के साथ प्रस्ताव बनाने और डीपीआर मांगी है। नगर निगम जल्द ही रोड को चिन्हित कर अपनी रिपोर्ट भेजेगा।
कई सुविधाओं से लैस
इस स्कीम के तहत ग्रीन रोड पर यूटीलिटी डक्ट, फुटपाथ, ग्रीन जोन, सोलर स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन, पैदल पैसेंजर्स के लिए अनल लेन आदि की सुविधा दी जाएगी। एनवायरनमेंट फ्रेंडली और आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए कम कार्बन उत्सर्जन के साथ कॉस्ट इफेक्टिव ग्रीन रोड्स बनाई जानी हैं। इस स्कीम के तहत रोड सुधार, गड्ढ़ा मुक्ति व अन्य मरम्मत के लिए बजट का अधिकतम 10 प्रतिशत खर्च करने की अनुमति होगी। नगरआयुक्त और चीफ इंजीनियर को प्रस्ताव बनाने के साथ उसका डीपीआर तैयार कर शासन को भेजना है। इस स्कीम में (यूपीआरआईडीए) शहरी रोड अवसंरचना विकास एजेंसी सहयोग करेगी।
जल्द पूरी करें औपचारिकताएं
संयुक्त सचिव शासन कल्याण बनर्जी ने नगर निगम को पत्र लिखकर दो दिनों में रोड को चिन्हित कर प्रस्ताव व डीपीआर बनाकर भेजने के निर्देश दिये हैं। नगर आयुक्त और चीफ इंजीनियर को कहा है कि जल्द औपचारिकतायें पूरी कर जानकारी शासन को उपलब्ध करायें।
क्वालिटी के साथ तकनीक का होगा यूज
सीएम ग्रिड स्कीम में सिटीज की रोड के निर्माण के लिए हाई क्वालिटी तकनीक का भी यूज किया जाएगा। इसमें फुट डेप्थ रिक्लेमेशन (एफडीआर), रिक्लेंड डामर पेवमेंट्स (आरएपी), व्हाइट टॉपिंग, ऑर्टिफिशियल इंटेसिफायर जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा बेस्ट प्रैक्टिसेज और स्पेशल डिजाइन व मानकों के अनुरूप रोड को रि-डिजाइन किया जाएगा।
रिपोर्ट भेजने में दिखाई लापरवाही
शासन ने कानपुर नगर निगम से 8 दिसंबर तक रोड्स चिन्हित कर उसका डीपीआर तैयार कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था। शासन के निर्देश के बाद भी नगर निगम ने रिपोर्ट तैयार नहीं की। यह तक चिन्हित नहीं किया कि कौन सी रोड को ग्रीन रोड बनाया जाना है। जिसके बाद नगर निगम को रिमाइंडर भेजा गया और उसकी डेडलाइन भी 12 दिसबंर तक दी गई। शासन के रिमाइंडर के बाद नगर निगम जागा और रोड को चिन्हित करने के साथ ही डीपीआर तैयार कर रिपोर्ट बनाने की कवायद तेज कर दी गई। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि एक दो दिन में डिटेल रिपोर्ट भेज दी जाएगी।