कानपुर (ब्यूरो) तीन साल पहले पॉलीटेक्निक में प्लेसमेंट के लिए मेधा फाउंडेशन से एमओयू किया गया था। असिस्टेंट डायरेक्टर कमलेश मणि ने बताया कि प्लेसमेंट को बढ़ाने के लिए फाउंडेशन से कंपनियों से प्लेसमेंट के लिए बातचीत कर उनके रिप्रेजेंटेटिव को डायरेक्ट्रेट लाने को कहा गया है। कंपनियों की डिमांड के अनुसार उनको इंस्टीट्यूट्स में प्लेसमेंट ड्राइव के लिए भेजा जाएगा।
पूल कैंपस ड्राइव व जॉब उत्सव
प्लेसमेंट को बढ़ाने के लिए लगभग ढाई साल पहले लखनऊ में यूपी स्टेट ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल (यूपीएसटीपीसी) को बनाया गया था। जोर शोर से शुरू हुई यूपीएसटीपीसी कुछ दिनों में ही ठप हो गई और पोर्टल भी बंद हो गया। प्लेसमेंट को ओवरऑल बढ़ाने के लिए अब दोबारा से उसको चलाया जाएगा। जॉब पाने के इच्छुक स्टूडेंट्स अपनी डिटेल पोर्टल पर फिल करेंगे। उसके बाद जिस कंपनी को जिस ब्रांच के एंप्लाई की रिक्वायरमेंट होगी, उसको स्टूडेंट्स प्रोवाइड करा दिए जाएंगे। इसके अलावा इंस्टीट्यूट्स में पूल कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव होगी, जिसमें आसपास के डिस्ट्रिक के स्टूडेंट्स भी शामिल होकर जॉब पा सकेंगे। इंस्टीट्यूट्स में मंथली जॉब फेयर भी लगेंगे।
डायरेक्ट्रेट से टीसीपीओ होंगे गाइड
इंस्टीट्यूट में प्लेसमेंट के लिए जिम्मेदार टीसीपीओ का रिपोर्ट कार्ड डायरेक्ट्रेट मेें बनेगा। खराब परफार्मेंस वाले टीसीपीओ को गाइड किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर डायरेक्ट्रेट बुलाया भी जा सकता है।
बीते साल 42 परसेंट था प्लेसमेंट
सेशन 2021-22 में स्टेट के 147 गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूट्स से 30121 स्टूडेंट्स पास हुए थे, जिनमें 12424 को जॉब मिली थी। जो कि टोटल पासआउट की संख्या का 42 परसेंट है।
धोखा नहीं दे पाएंगी कंपनियां
स्टूडेंट्स के साथ पैकेज के नाम पर कंपनियां धोखा नहीं कर पाएंगी। सिलेक्शन के बाद कंपनी के लेटरपैड पर ऑफर लेटर लिया जाएगा, जिसमें सैलरी पैकेज लिखा होगा। ऑफर लेटर की एक कॉपी डायरेक्ट्रेट में रहेगी। जॉब देते समय कंपनियां जो कंडीशंस बताएंगी, यदि उनको फॉलो करती हैं तो स्टूडेंट डायरेक्ट्रेट में शिकायत कर सकते हैं। कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करके शासन में उनकी शिकायत की जाएगी।
गवर्नमेंट और एडेड कॉलेजों
प्लेसमेंट के टारगेट को पूरा करने के लिए पहला फोकस गवर्नमेंट और एडेड कॉलेजों पर है। इसके बाद प्राइवेट कॉलेजों को दायरे में लाया जाएगा। बताते चलें कि स्टेट में 149 गवर्नमेंट और 11 एडेड पॉलीटेक्निक हैैं।
कोट
स्टूडेंट को जॉब दिलाना हमारी प्राथमिकता है। कोई भी स्टूडेंट डिप्लोमा करने के बाद अनएम्लायड न रहे इसके लिए ऑफिसर्स को लगा दिया गया है। इस बार 80 परसेंट को जॉब दिलाने का टारगेट है। इंस्टीट्यूट्स में प्लेसमेंट ड्राइव चल रही हैैं।
के राम, डायरेक्टर टेक्निकल एजूकेशन, यूपी