- एलएलआर अस्पताल में ब्लैक फंगस की दो और पेशेंट्स में पुष्टि, एक महिला की गई डिस्चार्ज

KANPUR: ब्लैक फंगस इंफेक्शन के बढ़ते मामलों के बीच ट्यूजडे को 32 साल की महिला ने इस बीमारी को मात दी और एलएलआर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दी गई। इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने इस महिला की आंख की रोशनी बचा ली। हालाकि साइनस में संक्रमण होने की वजह से उसकी सर्जरी करनी पड़ी। एलएलआर अस्पताल से अब तक 53 पेशेंट्स ब्लैक फंगस के इंफेक्शन के बाद भर्ती हो चुके हैं। जिसमें से डॉक्टर्स को सिर्फ 4 पेशेंट्स की ही आंख निकालनी पड़ी। 35 पेशेंट्स की आंख की रोशनी डॉक्टर्स ने दवाओं के जरिए बचा ली। जबकि 30 पेशेंट्स की साइनस की सर्जरी की गई है।

2 संक्रमितों में पुष्टि

ट्यूजडे को ब्लैक फंगस के तीन संदिग्ध मरीजों की बायोप्सी रिपोर्ट आई। जिसमें से 2 में फंगल इंफेक्शन की पुष्टि हुई। इस दिन तक हैलट के वार्ड-3 में ब्लैक फंगस के 36 पेशेंट्स भर्ती थे। जबकि वार्ड-चार में 7 पेशेंट्स का इलाज चल रहा था। न्यूरो कोविड आईसीयू में भी 2 पेशेंट्स का इलाज चल रहा था।