कानपुर (ब्यूरो) कर्रही बी ब्लाक निवासी अनुराग शर्मा झालर बनाते है। उसने बताया कि मंगलवार शाम परिचित द्विवेदी नगर निवासी विकास गुप्ता ने फोन किया और अज्जू उर्फ मोहम्मद शमी से मिलवाने के लिए कर्रही गुलाबी बिङ्क्षल्डग चौराहे पर बुलाया। वहां पहुंचने पर विकास क्रेटा कार में था जिसमें दो अन्य युवक भी बैठे थे। वह उसे कार में बैठा कर बिधनू रमईपुर के आगे सांई मंदिर के पास ले गए, जहां अज्जू भी गाड़ी में बैठ गया। उन लोगों ने घरवालों को फोन कर 3.50 लाख रुपए मंगवाने के बाद छोडऩे की बात कही। जिसे सुन कर वह दहशत में आ गया और अपने घर पर व परिचितों को फोन कर रुपयों की व्यवस्था करने को कहा।

पुलिस के पहुंचने से पहले ही भागे आरोपी
पीडि़त का छोटा भाई अभय फोन से संपर्क कर रहा था। विकास ने जब उसे रमईपुर बुलाया तो परिजनों ने बिधनू पुलिस को सूचना दे दी, लेकिन पुलिस के वहां पहुंचने पर आरोपी निकल गए। उन लोगों ने अभय को रुपए लेकर नौबस्ता चौराहे के पास बुलवाया। बिधनू थाना प्रभारी ने हनुमंत विहार थाना प्रभारी को नौबस्ता में दिखवाने को कहा। हनुमंत विहार थाना प्रभारी अभिलाष मिश्रा ने बताया कि उन्होंने उस्मानपुर चौकी प्रभारी को मौके पर भेजा था। पीडि़त ने बताया कि पुलिस के पीछा करने पर आरोपी उसे बाबूपुरवा सिद्धेश्वर मंदिर के पास ले गए और उसे धक्का देकर भाग गए।

पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा
पीडि़त का आरोप है कि आरोपियों से छूटने पर उसने 112 नंबर पर कॉल की। पीआरवी उसे बाबूपुरवा थाने ले गई, लेकिन वहां से घटना बर्रा क्षेत्र की बता संबंधित थाने भेजा गया। देर रात बर्रा थाने पहुंचे, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। जब मंगलवार को डीसीपी कार्यालय पहुंचे। पर चौकी पुलिस ने वहां बुला लिया। थाना प्रभारी मानवेन्द्र ङ्क्षसह ने बताया कि दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है। मामला लेनदेन का लग रहा है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।