कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस के लिए सिर दर्द बने 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर मैडी उर्फ विकास बाल्मीकी को पत्नी रेनू संग गोविंद नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह शहर से भागने की फिराक में था। मैडी पर हत्या संग कुल 16 केस दर्ज हैं। उसकी पत्नी भी हत्या के प्रयास में वांछित थी। दोनों को बुधवार को जेल भेज दिया गया है।
जान से मारने के लिए हमला
डीसीपी दक्षिण रवीन्द्र कुमार ने बताया कि महादेव नगर निवासी मैडी, उसके भाई विक्रम, मोंटू उर्फ विवेक ने 4 जून की रात बस्ती के कल्लू उर्फ शीबू को ई-रिक्शा से गोङ्क्षवदपुरी स्टेशन के पीछे जंगल में ले जाकर तमंचा, बेल्ट और डंडे से पीटकर जान से मारने का प्रयास किया था और मरा समझकर चले गए थे। अगले दिन पीडि़त ने गोङ्क्षवद नगर थाने में केस दर्ज कराया था। उसके बाद भी उस पर कई मुकदमे दर्ज हुए।
दो पुलिसकर्मी भी हुए थे घायल
9 जून की रात मैडी और उसके साथियों ने एक घर पर पथराव किया था। सूचना पर पहुंचे रतनलाल नगर चौकी के तत्कालीन चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी भी इसमें घायल हुए थे। मैडी पर 15 हजार का इनाम घोषित था। इसके बाद एक केस की वादी के घर पर मैडी की पत्नी रेनू ने पथराव किया था और एक महिला को पीटकर जान से मारने की कोशिश की थी। उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। दोनों को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से तमंचा और डंडा बरामद हुआ है।
2009 में दर्ज हुआ था पहला केस
गोविंद नगर थाना प्रभारी देवेंद्र दुबे ने बताया कि 35 साल के मैडी ने 2009 में प्रेमिका के भाई की हत्या की थी। प्रेमिका ने मैडी, उसके भाई विक्रम समेत चार के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसमें मैडी विकास संग तीन को आजीवन कारावास हुई थी। वहीं, चौथा आरोपी राजकुमार बरी हो गया था। इसके बाद मैडी का आतंक क्षेत्र में दिखा। उसके खिलाफ गोविंद नगर थाने में 16 केस गंभीर धारा में दर्ज हैंं।