-कोरोना इंफेक्शन से बचाने के लिए जेल प्रशासन ने पैरोल पर रिहा किए थे 69 कैदी
-समय पूरा होने के बाद भी नहीं लौटे जेल, डीआईजी का आदेश 7 दिन में गिरफ्तार करें
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KANPUR: कोरोना महामारी के दौरान इंफेक्शन से बचने के लिए जिला जेल से पैरोल पर छोड़े गए 25 सजायाफ्ता शातिर अपराधी गायब हो गए हैं। पैरोल का समय पूरा होने के बाद भी ये कैदी जेल वापस नहीं लौटे हैं। करीब एक महीने बाद भी इनका कोई सुराग नहीं लगने से प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। गायब कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ईनाम घोषित करने और फिर कुर्की करने की तैयारी शुरू हो गई है। जेल अधीक्षक डीजी जेल और डीआईजी को भी इसकी जानकारी दे दी है। डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने सभी फरार कैदियों को 7 दिन के अंदर तलाश करने के आदेश दिए हैं। न मिलने पर फरार घोषित करने और कुर्की करने को कहा है।
3 पर एफआईआर दर्ज
कोरोना काल में 69 बंदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था। इनमें से 25 कैदी समय पूरा होने के बाद भी जेल में दाखिल नहीं हुए। इसकी जानकारी जेल प्रशासन ने शासन, प्रशासन, एलआईयू और पुलिस के अफसरों को पत्र भेजकर दी है। पुलिस की टीमें फरार कैदियों की तलाश में जुट गई हैं। वहीं तय समय के बाद जेल में दाखिल हुए तीन कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनके नाम जेल प्रशासन ने सार्वजनिक नहीं किए है।
7 साल से कम की सजा
कोरोना महामारी के दौरान इंफेक्शन से बचने के लिए शासन ने सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर छोड़ने के आदेश दिए थे। जिसके अंतर्गत कानपुर जिला जेल से 69 कैदियों को रिहा किया गया था। ये सभी कैदी सात साल से कम सजा के केस से संबंधित थे। जेल अधीक्षक आरके जायसवाल के मुताबिक पैरोल पर छूटे कैदियों को 13 से 14 नवंबर तक जेल में दाखिल होना था। 25 कैदी अभी तक नहीं लौटे हैं। ये शहर के अलग अलग थानाक्षेत्र के रहने वाले हैं। इसकी जानकारी संबंधित थाने के इंचार्ज को दी गई। बीते वेडनसडे को इन बंदियों की जानकारी डीजी जेल को भी दी गई।
सभी पर दर्ज होंगे केस
जो बंदी पैरोल से नहीं लौटे हैं। उन्हें फरार घोषित कर दिया गया है। इनकी तलाश में सर्विलांस और पुलिस की टीमें भी जुटी हैं। संबंधित थानों की पुलिस भी इन बंदियों के घर और मिलने के संभावित स्थान पर दबिश दे रही है। एक दो बंदी तो ऐसे भी हैं जो पैरोल पर छूटने के बाद अपने घर ही नहीं गए। कैदियों के पास मोबाइल भी नहीं हैं। ऐसे में इनको तलाश करना मुश्किल है। इन सभी कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही जितने दिन ये फरार रहेंगे। उतने दिन इनकी सजा में जोड़े जाएंगे।
अब कभी नहीं िमलेगी पैरोल
जेल अधीक्षक ने बताया कि पैरोल पर जब बंदी छूटता है और तय समय पर नहीं आता है तो सबसे पहले उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाता है। जेल प्रशासन की कार्रवाई के तहत इन बंदियों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाता है। इनमें से अब किसी को दोबारा पैरोल नहीं दी जाएगी।
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जो 25 बंदी पैरोल के बाद जेल वापस नहीं पहुंचे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए फरार घोषित किया गया है। निर्धारित समय के बाद उनकी कुर्की की जाएगी।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी /एसएसपी कानपुर नगर