-- वीसी ने कहा, कोर्स कम करने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की हो रही तैयारी
--कोरोना संकट के कारण डिग्री कॉलेजों में मौजूदा कोर्स को समय पर पूरा कराना संभव नहीं
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KANPUR: यूपी बोर्ड की तरह कोरोना के चलते सीएसजेएम यूनिवर्सिटी नए सेशन में अपने सभी कोर्सेस के सिलेबस में 25 परसेंट कटौती करेगी। इसका प्रपोजल राजभवन और यूजीसी को भेजने की तैयारी की जा रही है। इस सम्बन्ध में यूनिवर्सिटी जल्द सभी डिपार्टमेंट के साथ ही साथ कॉलेजों के साथ भी कोऑर्डिनेट करेगी। वीसी प्रो। नीलिमा गुप्ता ने कहा कि ऑनलाइन क्लासेस ऑफ लाइन पढ़ाई का बेहतर विकल्प नहीं हो सकती है। ऐसे में कहीं न कहीं कोर्स पूरा कराने के लिए टीचर्स को एक समय के बाद ऑफलाइन क्लासेस कराना ही होगा। लेकिन, पर्याप्त समय न मिल पाने के कारण यूनिवर्सिटी 25 परसेंट सिलेबस कम करने का सुझाव शासन को भेजेगी।
पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं
वीसी प्रो। नीलिमा गुप्ता ने बताया कि हमारे 90 परसेंट से अधिक कॉलेजों में ऑनलाइन क्लासेस के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं हैं। ऐसे में कॉलेजों को कभी न कभी ऑफलाइन क्लासेस शुरू करना ही होगा। लेकिन, कोविड 19 को देखते हुए यह कह पाना संभव नहीं है कि हालात कब सामान्य होंगे। शासन से जारी एकेडमिक कैलेंडर में अक्टूबर से नया सेशन शुरू करने को कहा गया है। मार्च में एग्जाम कराने हैं। ऐसे में केवल पांच महीनों में पूरा कोर्स पढ़ाना संभव नहीं है।
एक दो एडमिशन हुए
यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड गवर्नमेंट और एडेड डिग्री कॉलेजों में तो एडमिशन तेजी से शुरू हो गए हैं लेकिन 80 परसेंट सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में अभी तक एक-दो एडमिशन हीं हुए हैं। वेब रजिस्ट्रेशन की रफ्तार भी बेहद धीमी है। सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों को इस साल सीटें भरने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है। ऐसे में इन कॉलेजों में कोर्स पूरा करवाना यूनिवर्सिटी के लिए चुनौती बन जाएगा।
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कोट
कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से ऑनलाइन पढ़ाई में स्टूडेंट्स को दिक्कतों का समाना करना पड़ सकता है। सेशन शुरू होने में भी देरी होने की उम्मीद है। ऐसे में सभी कोर्सेस के सिलेबस को कम करने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने पर विचार किया जा रहा है।
प्रो। नीलिमा गुप्ता, वीसी सीएसजेएमयू