फ्लैग-माइग्रेंट वर्कर्स से कोराना के खतरे को लेकर शासन अलर्ट
- शासन ने कानपुर में एल-1 कैटेगरी की सुविधाओं वाले 2 हजार बेड का इंतजाम करने को कहा
- अभी 790 बेड की ही आइसोलेशन ट्रीटमेंट की फैसेलिटी सिटी के अलग अलग अस्पतालों में
-----------
KANPUR: जमातियों के कारण बढ़े कोरोना संकट का कानपुर ने डटकर मुकाबला किया और जीत भी हासिल की। लेकिन, दूसरे राज्यों से हजारों की संख्या में आ रहे माइग्रेंट वर्कर्स के कारण शहर पर कोरोना का नया खतरा मंडराने लगा है। शासन ने भी इस खतरे का भांप लिया है। इसी के चलते अब फेज टू के तहत आइसोलेशन कैपेसिटी को बढ़ाने का काम भी शुरू हो गया है। कानपुर में कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज के लिए अब दो हजार बेड बढ़ाने के लिए शासन ने कहा है। यह बेड कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज में एल-1 कैटेगरी की सुविधाओं वाले होंगे। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से यह आदेश आ गया है।
पूरी तरह प्रवासियों पर फोकस
वहीं मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से एलएलआर हॉस्पिटल जोकि एल-3 कैटेगरी का कोविड हॉस्पिटल है वहां 850 बेड बढ़ाने की तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है। मालूम हो कि लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण के आंकड़े सामने आए हैं। कई की तो जान भी जा चुकी है। इसी के तहत टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की रणनीति अब पूरी तरह से प्रवासी श्रमिकों पर केंद्रित कर दी गई है। मालूम हो कि सिटी में अभी लेवल-1, 2 और 3 में कुल 790 आइसोलेशन बेड की क्षमता है।
----------------------
2000 आइसोलेशन बेड एल-1 कैटेगरी में बढ़ाने के मिले हैं आदेश
850 बेड एल-3 कैटेगरी में बढ़ाने की तैयारी पहले से ही की जा रही
790 आइसोलेशन बेड की क्षमता है वर्तमान में सभी कैटेगरी मिलाकर
107 कुल वेंटीलेटर्स की क्षमता सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स के पास
एलएलआर को मिलेंगे 10 वेंटीलेटर
एलएलआर हॉस्पिटल में कोविड आईसीयू की क्षमता बढ़ाने के लिए 10 और वेंटीलेटर मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन से मिलेंगे। कोरोना वायरस के क्रिटिकल पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में भी मदद मिलेगी। अभी न्यूरो साइंस सेंटर में बने कोविड आईसीयू में 20 बेड हैं। इनकी संख्या बढ़ कर 30 हो जाएगी। सिर्फ कोविड के ट्रीटमेंट के लिए वेंटीलेटर्स की बात करें तो सरकारी सिस्टम में कांशीराम अस्पताल के पास 5 वेंटीलेटर्स हैं। वहीं एलएलआर हॉस्पिटल का अपना 20 बेड का कोविड आईसीयू है। 107 कुल वेंटीलेटर्स की क्षमता अभी सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स के पास हैं जिसके तहत कोविड का ट्रीटमेंट किया जा सकता है। जीएसवीएम मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डॉ.आरती लालचंदानी ने सप्लाई कार्पोरेशन से 10 वेंटीलेटर्स मिलने की पुष्टि की।
कहां कितने आइसोलेशन बेड
--
लेवल-1 कैटेगरी हॉस्पिटल
जाजमऊ ईएसआई हॉस्पिटल- 60
सरसौल सीएचसी- 30
नारायणा हॉस्पिटल- 250
रामा मेडिकल कालेज- 240
-------------------------
लेवल-2 कैटेगरी हॉस्पिटल
कांशीराम हॉस्पिटल- 100
लेवल-3 कैटेगरी हॉस्पिटल
एलएलआर हॉस्पिटल- 100 बेड
----------
कोविड मेटर्निटी मैनेजमेंट
डफरिन हॉस्पिटल- 10 बेड
---------
वर्जन-
शासन ने एल-1 कैटेगरी में जिले में दो हजार बेड की क्षमता और बढ़ाने के लिए कहा है। यह बेड किन अस्पतालों में बढ़ेंगे। इसे लेकर काम चल रहा है। जल्द ही बेड बढ़ाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
- डॉ.आरपी यादव, एडिश्नल डायरेक्टर, हेल्थ