- 15 दिसंबर है लास्ट डेट, अभी तक नहीं हो पाए हैं बीएड, एमएड के कॉलेज नहीं अपलोड कर सके हैं मॉर्क्स
- इंटरनल मॉर्क्स भेजने का फार्मेट यूनिवर्सिटी ने नहीं भेजा, बीएड, एमएड के 20 हजार स्टूडेंट्स की फंसी स्कालरशिप
KANPUR: सीएसजेएमयू ने इंटरनल मॉर्क्स के आधार पर प्रमोट किए गए जाने की शर्त रखी है। यह बीएड और एमएड कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए गले की फांस बन गई है। दरअसल, स्कॉलरशिप के लिए आवेदन नहीं हो पा रहा है। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड 250 से अधिक कॉलेज में 20 हजार स्टूडेंट्स पर इसका असर पड़ेगा। 15 दिसंबर के पहले स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि कोविड-19 की वजह से इस बार एग्जाम न कराकर उन्हें प्रमोट करने का फैसला लिया जा चुका है।
फारमेट न मिलने से नहीं हो सके आवदेन
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानि एनसीटीई ने उनके आंतरिक अंकों को ऑनलाइन भेजे जाने के निर्देश भी दिए हैं। उनके निर्देश को ध्यान में रखते हुए सीएसजेएमयू ने स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के साथ कॉलेज प्रबंधन से उनके इंटरनल मॉर्क्स ऑनलाइन मांगे हैं। यूपी सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि बीएड और एमएड फर्स्ट ईयर में प्रमोट किए गए स्टूडेंट्स के इंटरनल मॉर्क्स भेजे जाने लिए यूनिवर्सिटी ने उसका कोई फार्मेट नहीं दिया है। कालेजों की दिक्कत यह है कि फॉर्मेट लॉगइन में न आने के कारण डिटेल भेजी नहीं गई हैं।
क्या है नियम?
स्कॉलरशिप के लिए कालेज को स्टूडेंट्स का रिजल्ट वेरीफाई करके भेजना पड़ता है। अब इंटरनल मॉर्क्स न भेजे जाने के कारण वेरिफिकेशन का मामला फंस रहा है। जब तक इंटरनल मॉर्क्स भेजने के लिए लॉगइन नहीं खुल जाता तब तक स्टूडेंट फॉर्म नहीं भर सकेंगे।
इंटरनल मॉर्क्स भेजे जाने के लिए जल्द लॉगइन खोल दिया जाएगा। स्टूडेंट्स के मॉर्क्स भेजने के लिए कॉलेजों को पूरा समय मिलेगा।
- डॉ। अनिल कुमार यादव, रजिस्ट्रार सीएसजेएमयू